साहित्यकारों को आर्थिक सहायता व प्रकाशन अनुदान के लिए 21 जुलाई तक करें आवेदन कराये उपलब्ध

रायबरेली :उत्तर प्रदेश हिन्दी संस्थान हिन्दी भाषा के प्रचार-प्रसार के अतिरिक्त साहित्यकारों के कल्याण हेतु अनेक योजनाएं संचालित है। संस्थान आर्थिक रूप से विपन्न साहित्यकारों को साहित्यकार कल्याण कोष योजनान्तर्गत आर्थिक सहायक तथा प्रकाशन अनुदान योजना के अन्तर्गत रचनाकारों को उनकी पाण्डुलिपि के मुद्रण/प्रकाशन हेतु प्रकाशन अनुदान करता है।

जनपद के साहित्यकार/रचनाकार जो कि पात्रता की श्रेणी में आते है। जो विषम आर्थिक स्थिति से ग्रस्त है। जिसमें योजना साहित्यकार कल्याण कोष योजना के तहत 60 वर्ष से अधिक आयु के जिनकी वार्षिक आय 5 लाख से अधिक नहीं है उन्हें अधिकतम 50 हजार अनावर्तक अधिक सहायता प्रदान की जाती है।

प्रकाशन अनुदान योजना के तहत 5.00 लाख से अधिक वार्षिक आय न होने पर कुल प्रकाशन पर होने वाले व्यय का 3 चौथाई भाग जो रुपये 30 हजार से अधिक नहीं होगा। उसका अनुदान प्रदान किया जाता है।

जिलाधिकारी  माला श्रीवास्तव ने यह जानकारी देते हुए बताया है कि दोनों योजनाओं के लाभ हेतु साहित्यकार/रचनाकार आवेदन निदेशक उ0प्र0 हिन्दी संस्थान, राजर्षि पुरुषोत्तम दास टंडन हिंदी भवन 6 महात्मा गांधी मार्ग हजरतगंज लखनऊ 226001 को 21 जुलाई 2023 से पूर्ण संस्थान के उपलब्ध प्रोफार्मा भरकर कर सकते हैं।

योजनाओं के विवरण एवं प्रार्थना पत्र का प्रारूप तथा पात्रता आदि की जानकारी संस्थान की वेबसाईट www.uphindisansthan.in पर भी उपलब्ध है। इस सम्बन्ध में विस्तृत जानकारी उत्तर प्रदेश हिन्दी संस्थान लखनऊ के निदेशक, संपादक कार्यालय के दूरभाष नम्बर 0522-2614471, 2616464, 2616465 पर सम्पर्क किया जाता सकता है।

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