61 स्वास्थ्य केंद्रों पर खुशहाल परिवार दिवस का आयोजन
Report – Upendra Sharma
- शिविर में आए दंपति को बताये परिवार नियोजन के लाभ
- परिवार नियोजन के अस्थाई व स्थाई साधन अपनाने की अपील
बुलंदशहर । जनपद के स्वास्थ्य केंद्रों पर सोमवार को खुशहाल परिवार दिवस मनाया गया। इस अवसर पर दंपति को परिवार नियोजन के साधनों के बारे में जानकारी दी, साथ ही उन्हें साधन उपलब्ध कराए गए। आयोजित कार्यक्रम में लगभग 762 महिलाओं को सेवा प्रदान की गई। सामुदायिक स्तर पर परिवार नियोजन के प्रति जागरूकता बढ़ाने एवं बच्चों के जन्म के बीच तीन वर्ष का अंतर रखने के प्रति जागरूक करने के उद्देश्य से प्रत्येक माह की 21 तारीख को खुशहाल परिवार दिवस मनाया जाता है। लेकिन इस बार 21 मई का रविवार होने के कारण 22 तारीख को खुशहाल परिवार दिवस मनाया गया।
जनपद के 61 स्वास्थ्य केंद्रों पर सोमवार को खुशहाल परिवार दिवस कार्यक्रम का आयोजन किया गया। आयोजित कार्यक्रम का उद्देश्य उच्च जोखिम गर्भावस्था, एक वर्ष के दौरान शादी करने वाले दंपति और तीन या उससे अधिक बच्चों वाले दंपति को परिवार नियोजन के बारे में जानकारी देना और उनकी इच्छा के मुताबिक जरूरी साधन उपलब्ध कराना है। परिवार नियोजन काउंसलर व सामुदायिक स्वास्थ्य अधिकारी (सीएचओ) की मदद से बास्केट ऑफ च्वाइस के बारे में लाभार्थी की स्थिति के अऩुसार सही परामर्श दिया गया। पुरुष और महिला नसबंदी, आईयूसीडी, पीपीआईयूसीडी, त्रैमासिक अंतरा इंजेक्शन, माला एन, छाया, कंडोम और ईसीपी की गोलियां बॉस्केट ऑफ च्वाइस का हिस्सा हैं।
मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ विनय कुमार सिंह ने बताया दो बच्चों के जन्म के बीच सुरक्षित अंतर रखने के लिए पीपीआईयूसीडी (पोस्ट पार्टम इंट्रायूटरिन कॉन्ट्रासेप्टिव डिवाइस) एक बेहतर विकल्प है। यह प्रसव के तुरंत बाद या 48 घंटे के अंदर गर्भाशय में लगाई जाने वाली डिवाइस है। यह पूरी तरह सुरक्षित है इससे मां- शिशु के स्वास्थ्य पर कोई विपरीत असर नहीं पड़ता। जब भी महिला गर्भधारण करना चाहे तो इसे आसानी से निकलवा सकती है। इसी प्रकार आईयूसीडी भी लंबे समय तक प्रयोग की जाने वाली परिवार नियोजन विधि है। यह डिवाइस माहवारी के बाद गर्भाशय में लगाई जाती और अपनी इच्छा के मुताबिक इसका प्रयोग रोककर गर्भधारण किया जा सकता है। इसी तरह त्रैमासिक गर्भनिरोधक इंजेक्शन अंतरा अपना कर भी अनचाहे गर्भ से बचा जा सकता है।