बच्चों को पढ़ाने के साथ हॉकी की फुलवारी सहज रहे रमेश सहगल
- मेहनत लगन के बल पर 5 बालिकाएं अण्डर 14 नेशनल टीम में शामिल
रायबरेली (शिवगढ़) कर्तव्य के प्रति अडिग रहकर अपना फर्ज निभाने वाले एक ऐसे शिक्षक जो स्कूल के समय स्कूल में बच्चों को पढ़ाते हैं और शाम के समय खेल के मैदान में किशोर किशोरियों एवं युवाओं को हॉकी सिखाते हैं। यही नही जरूरतमंदों बच्चों को आर्थिक मदद देने से भी तनिक नहीं हिचकते हैं। यह एक दो नहीं बल्कि पिछले 25 साल से लगातार संकल्पित होकर राष्ट्रीय खेल हॉकी की फुलवारी को सहेज रहे हैं। उनकी मेहनत अब रंग लाने लगी है।
कई खिलाड़ी राष्ट्रीय स्तर पर अपनी प्रतिभा का प्रदर्शन कर चुके हैं। जिनकी मेहनत और खिलाड़ियों की लगन के बल पर 5 बालिकाओं का चयन अण्डर फोर्टीन नेशनल टीम में हुआ है। जिसमें निधान खेड़ा की रिमझिम, माधव खेड़ा की कोमल शुक्ला, विधान खेड़ा की मीना, राजा बाजार की महेक सोनकर, विधान खेड़ा की अनुष्का शामिल है। जो स्टेट प्रतियोगिता खेलकर बीते दिनों गोल्ड मेडल अर्जित कर शिवगढ़ क्षेत्र को ही नहीं समूचे रायबरेली जनपद को गौरवान्वित कर चुकी हैं। जी हां, हम बात कर रहे पूर्व माध्यमिक विद्यालय कुम्हरावां में तैनात इंचार्ज प्रधाध्यापक एवं एनआईएस कोच रमेश कुमार सहगल की। जो हॉकी को बढ़ावा देने के लिए संकल्प के साथ पिछले 25 वर्षों से खिलाड़ियों को पूरी तन्मयता से नि:शुल्क प्रशिक्षण दे रहे हैं। जहाँ एक ओर खेल की ओर लोगों का रुझान कम होता जा रहा है। वहीं शिक्षक रमेश कुमार सहगल लगातार क्षेत्र में राष्ट्रीय खेल की फुलवारी को सहेज रहे हैं।
यही नहीं गरीब परिवार के बच्चे खेल में आगे बढ़ सके ऐसे में उन्हें आर्थिक मदद करने में भी पीछे नहीं हटते हैं। अपने वेतन से स्टिक, बाल, यूनिफॉर्म समेत किट उपलब्ध कराते हैं। वर्तमान में कई खिलाड़ी प्रदेश और राष्ट्रीय स्तर की प्रतियोगिताओं में अपने खेल कौशल का लोहा मनवा चुके हैं।
दबाव और प्रभाव में खब़र न दबेगी,न रुकेगी