जनपद में 15 मई से घर-घर खोजे जाएंगे टीबी मरीज
Report- Upendra Sharma
- हेल्थ एंड वेलनेस सेंटर पर होगा कार्यक्रम का आयोजन
- टीबी से जुड़ी सेवाओं के सुदृढ़ीकरण पर विभाग का जोर
बुलंदशहर। देश को वर्ष 2025 तक क्षय मुक्त बनाने की दिशा में सरकार ने और ठोस कदम उठाया है। मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ. विनय कुमार सिंह ने बताया – राष्ट्रीय क्षय उन्मूलन कार्यक्रम के तहत अब हेल्थ एंड वेलनेस सेंटर के जरिये क्षय रोगियों को चिन्हित कर जल्द से जल्द उनका उपचार किया जाएगा। जनपद में 15 मई से 21 कार्य दिवस तक विशेष अभियान चलाकर घर-घर टीबी मरीज खोजे जाएंगे।
इस संबंध में शासन की ओर से विस्तृत दिशा-निर्देश जारी किए गए हैं। जिला क्षय रोग अधिकारी डॉ. हेमंत रस्तोगी ने बताया – प्रधानमंत्री का संकल्प है कि देश को वर्ष 2025 तक क्षय मुक्त बनाया जाए। इसके अंतर्गत विभाग ने ठोस कदम उठाया है, अब आयुष्मान भारत-हेल्थ एंड वेलनेस सेंटर पर टीबी संबंधी सेवाओं के सुदृढीकरण के लिए 13 मई से 21 दिन तक विशेष अभियान चलेगा। इसके लिए जनपद की सम्पूर्ण जनसंख्या के मध्य टीबी रोगी खोज के लिए घर-घर अभियान चलाया जाएगा। उन्होंने बताया – ऐसे क्षेत्र जहां विगत दो वर्षों में अधिक क्षय रोगी या कोविड रोगी चिन्हित हुये हों और हेल्थ वेलनेस सेंटर से दूरस्थ क्षेत्रों पर अभियान में अधिक जोर दिया जाएगा।
मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ. विनय कुमार सिंह ने बताया – यह अभियान हेल्थ एंड वेलनेस सेंटर के माध्यम से चलेगा, जहां पर नियुक्त कम्युनिटी हेल्थ ऑफिसर (सीएचओ) द्वारा क्षय रोगियों के चिन्हीकरण, जांच, उपचार, ट्रीटमेंट, निक्षय पोषण योजना के अंतर्गत डीबीटी, काउंसिलिंग व मनोसामाजिक सहयोग प्रदान करेंगे।
इस अभियान में सीएचओ की मुख्य भूमिका रहेगी। एएनएम व आशा कार्यकर्ताओं की टीम बनाकर जिले के 226 हेल्थ एंड वेलनेस सेंटर के माध्यम से क्षय रोगियों की खोज की जायेगी।
डीटीओ ने बताया- एएनएम व आशा घर-घर जाकर लोगों की स्क्रीनिंग करेंगी। टीबी के संभावित लक्षण वाले व्यक्तियों को चिन्हित कर उनका बलगम एकत्रित करेंगी। इसके बाद सीएचओ समस्त सैम्पल को नजदीकी जांच केंद्र में भेजेंगे। जांच में पॉजिटिव आने पर तत्काल नोटिफिकेशन कर तुरंत उपचार शुरू कर दिया जाएगा, जिससे उन्हें निक्षय पोषण योजना के तहत छह माह या उपचार के चलने तक हर माह 500 रुपये मिलते रहें। यह राशि मरीज के बैंक खाते में सीधे ट्रांसफर की जाती है।