संविधान निर्माता बाबा साहब भीम राव अम्बेडकर समाजिक क्रान्ति के महानायक:  पूर्व सांसद  पुनिया

रिपोर्ट मुन्ना सिंह 

बाराबंकी : बाबा साहब भीम राव अम्बेडकर का जीवन संघर्ष की ऐसी कहानी थी जिसमे समाज के हर वर्ग के लिये कुछ आदर्श एवं मूल्य निहित है। आपका जवन संघर्षो का महाकाव्य है जिन अवरोधो और संघर्षो के बीच बाबा साहब ने अपना जीवन जिया उसकी शायद ही कोई मिशाल हो भारतीय संविधान के निर्माण में उनके बहुमूल्य योगदान के लिये उन्हे भारतीय संविधान का पितामाह कहा जाता है। बाबा साहब ने शिक्षित बनो, संगठित रहो और संघर्ष करो का मंत्र देकर दलित समाज की हीन ग्रन्थि को दूर करने का एहसास जगाया आज उनकी जयन्ती के अवसर पर हम कांग्रेस परिवार के साथ ऐसे महान पुरूष जिसका देश हमेशा ऋणी रहेगा उन्हे श्रद्धा सुमन अर्पित करते है।

उक्त उद्गार पूर्व सांसद राष्ट्रीय अनुसूचित जाति आयोग के पूर्व चेयरमैन डा0 पी0एल0 पुनिया ने आज अपने ओबरी आवास पर भारतरत्न बाबा साहब भीम राव अम्बेडकर की जयन्ती के अवसर पर उनके चित्र पर श्रद्धा सुमन अर्पित करने के पश्चात् कांग्रेसजनो के बीच व्यक्त किये।

पूर्व सांसद  पुनिया ने कहा कि संविधान निर्माता भारत रत्न बाबा साहब भीम राव अम्बेडकर समाजिक क्रान्ति के महानायक थे आज देश के राजनेता बाबा साहब की बात तो करते है लेकिन उनके सिद्धान्तो बताये गये रास्तो पर चलने का काम नही करते है आज बाबा साहब के दिखाये गये रास्ते पर चलकर ही बाबा साहब के अधूरे सपने को पूरा किया जा सकता है और समाज में फैली कुरीतियो के खिलाफ संघर्ष करके एक ऐसे समाज की स्थापना की जा सकती है जिसमें हम अपने को गौरवान्वित महसूस कर सके।

कांग्रेस अनुसूचित जाति विभाग के मध्यजोन के अध्यक्ष तनुज पुनिय ने कहा कि आज हमारे पास सम्पूर्ण दुनिया में सबसे अच्छा संविधान है तो यह बाबा साहब भीम राव अम्बेडकर की देन है आज हमारे पास ऐसा विस्तृत, सशक्त और समावेशी संविधान है जिसमें समाज के सभी वर्ग, वर्ण, धर्म, सम्प्रदाय गौरव महसूस करते है क्योकि हमारा संविधान समाज के सभी वर्गो को समानता, एक रूपता एवं एकाव्यवस्था केसाथ लेकर चलने की बात करता है। ऐसे महान पुरूष की जयन्ती के अवसर पर हम उन्हे दिल की गहराईयो से याद करके श्रद्धा सुमन अर्पित करते है।

कांग्रेस अध्यक्ष मोहम्मद मोहसिन ने बाबा साहब के चित्र पर माल्यापर्ण करने के पश्चात् कहा कि बाबा साहब का जीवन संघर्षो की ऐसी कहानी है जिसे भूला नही जा सकता है आप सभी बाबा साहब के उस वचन का अपने जीवन का मूल मंत्र बनाये ‘‘जीवन लम्बा नही बल्कि बडा और महान होना चाहिये’’ अगर हमने बाबा साहब के सिद्धान्तो को अपना लिया तो यही हमारी उनके प्रति सच्ची श्रद्धांजलि होगी।

संविधान निर्माता बाबा साहब की जयन्ती के अवसर पर उनके चित्र पर श्रद्धासुमन अर्पित करने वालो में मुख्यरूप से पूर्व सांसद डा0 पी0एल0 पुनिया, तनुज पुनिया, मोहम्मद मोहसिन, राजेन्द्र वर्मा फोटोवाला, विजय पाल गौतम, सरजू शर्मा, के0सी0 श्रीवास्तव, वीरेन्द्र यादव, कमल भल्ला, सिकन्दर अब्बास रिजवी, इरफान कुरैशी, रामचन्द्र वर्मा, रामहरख रावत, अम्बरीश रावत, प्रदीप मौर्या, अजीत वर्मा, मो0 आरिफ, अखिलेश वर्मा, फरीद अहमद, राजाराम गौतम, जलालुद्दीन गुड्डू, संजीव मिश्रा, महेन्द्र पाल वर्मा, प्रमोद वर्मा, देवेन्द्र सिंह मोनू, चन्दन बाल्मीकी, सियाराम गौतम, राम कृपाल, नेकचन्द्र त्रिपाठी, मो0 शब्बर, श्रीकान्त मिश्रा जग प्रसाद वर्मा, सूरज बाल्मीकी, अरशद अहमद, देवेश पाण्डेय, सन्त शरण वर्मा, सोनम वैश्य, रंजू कुमारी, पिंकी पाण्डेय, शहजादी रूखसार सहित दर्जनो की संख्या में कांग्रेसजन मौजूद थे।

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