बिना कार्य के हो गया भुगतान,घोटाले की हुई शिकायत
रिपोर्ट मुन्ना सिंह
- सीठूमऊ गांव पहुंची ब्लाक से गठित त्रिसदस्यीय टीम, शुरू हुई जांच
बाराबंकी : हैदरगढ़ विकास खण्ड़ के सीठूमऊ गांव में ग्राम प्रधान द्वारा बीते वर्ष एक संपर्क मार्ग कच्ची पटाई का पैसा बिना कार्य कराए निकाल लिया, जब इस बात की जानकारी गांव के ग्रामीणों को हुई तो मामले की लिखित शिकायत खण्ड़ विकास अधिकारी सहित अन्य अधिकारियों से किया था। शिकायत मिलने के बाद खण्ड़ विकास अधिकारी ने त्रिसदस्यी टीम गठित कर उक्त मामले की जांच शुरू कर दी।
बुधवार को जांच टीम गांव पहुंची और मनरेगा मजदूर और कराए गए विकास कार्य की बारीकी से जांच किया और रिपोर्ट खण्ड विकास अधिकारी को सौंप दिया है। जानकारी के अनुसार विकास खण्ड अन्तर्गत चर्चित ग्राम पंचायत सीठूमऊ में मनरेगा योजना के तहत बिना कार्य कराये व फर्जी मजदूरों की हाजिरी चढ़ा कर लाखों रुपए का गबन करने की शिकायत को संज्ञान लेकर खंड विकास अधिकारी ने जांच शुरू कर दी है।
मंगलवार को गठित त्रिसदस्य जाँच टीम एडिओ कापरेटिव व जेई एमआई ने गांव पहुंचकर मामले की जांच पड़ताल की। ग्रामीणों के समक्ष मनरेगा योजना के तहत कराये जा रहे चकरोड़ की पटाई के साथ मनरेगा मजदूरों को भुगतान किया गया। मजदूरी की जांच भी की। इस दौरान जांच अधिकारी ने मनरेगा मजदूरों से कार्य शुरू होने की अवधि की जानकारी ली तो ग्रामीणों ने बताया कि अभी हाल ही में कार्य शुरू कराया गया है। वही जांच अधिकारी कार्य कर रहे मजदूरों की बारे में विस्तृत जानकारी ली तो मास्टर रोल में चढ़ाए गए कई मजदूर के नाम ग्रामीणों ने फर्जी बताएं।
साथ ही कई नाम ग्राम प्रधान के सगे संबधी व गांव के बाहरी व्यक्तियों के पाए गए, ग्रामीणों के बयान लेने के बाद जांचकर्ता अधिकारियों ने जांच रिपोर्ट खंड विकास अधिकारी को सौंप दी है। वही उक्त मामले को लेकर खंड विकास अधिकारी ने बताया कि मामले की जांच कराई जा रही है अभी समुचित जांच नही हो सकी है जांच पूरी हो जाने के बाद यदि मामला सही पाया जाता है तो ग्राम प्रधान के विरुद्ध वैधानिक कार्रवाई की जाएगी।
उनका यह भी कहना था कि बुधवार को शिकायतकर्ता मौके पर मौजूद नही था इसलिए जांच अधूरी है। जल्द ही मामले का पर्दाफाश हो जाएगा। वही खबर प्रकाशित होने के बाद ग्राम प्रधान अपनी करतूतों को छिपाने और कार्यवाही से बचने की खातिर एक सम्मानित न्यूज पेपर का सहारा लेकर उसमें खबर का खण्डन लिखवाया ताकि वह कार्यवाही से बच सके लेकिन ब्लाक में तैनात खण्ड विकास अधिकारी ने साफ शब्दों में कह दिया कि जांच चल रही है यदि मामला सत्य पाया जाता है तो कानूनी प्रक्रिया के तहत कार्यवाही की जाएगी साथ ही गमन किए गये रूपयों की भी वसूली की जाएगी। वही शिकायतकर्ता का कहना था कि मामला पूरी तरह से सत्य है आज मौके पर मै उपस्थित नही रहा।