रायबरेली डाक मंडल को प्रदेश में मिला प्रथम स्थान
- घर बैठे 2,37,000 लोगों का मोबाइल नंबर आधार से किया गया लिंक
रायबरेली। भारत सरकार की समस्त योजनाएं यूआईडीएआई द्वारा जारी किए गए आधार नंबर पर आधारित हैं। और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के डिजिटल भारत के सपने को साकार करने में आधार कार्ड अहम भूमिका निभा रहा है। आधार कार्ड पर आधारित योजनाओं का लाभ लेने के लिए आधार कार्ड का मोबाइल से लिंक होना अनिवार्य है।
इसी के चलते भारतीय डाक विभाग की अनोखी पहल ने लोगों को सहूलियत प्रदान की है एवं घर बैठे ही भारतीय डाक विभाग का डाकिया अपनी बीट में जाकर विभाग द्वारा दिए गए मोबाइल एवं बायोमैट्रिक डिवाइस के माध्यम से किसी भी व्यक्ति का मोबाइल आधार से लिंक कर रहे हैं।
खासकर ग्रामीण अंचल में , सुदूर क्षेत्रों में जहां पर आधार अद्यतन की सुविधा हेतु दूर आने जाने में लोगों का काफी खर्चा हो जाता था वहां पर पोस्टमैन स्वयं जाकर लोगों का आधार मोबाइल नंबर से लिंक कर रहे हैं। डाक विभाग के रायबरेली मंडल के अधीक्षक अशोक बहादुर सिंह ने बताया कि महज पिछले वित्तीय वर्ष में 2,37,000 से अधिक लोगों का आधार कार्ड घर बैठे ही मोबाइल नंबर से लिंक किया गया, जो कि उत्तर प्रदेश परिमंडल के किसी भी मंडल में किये गए आधार लिंकेज से अधिक है।उत्तर प्रदेश परिमंडल की विगत वित्तीय वर्ष के समापन के उपलक्ष्य में एक समीक्षा मीटिंग लखनऊ में आयोजित हुई जिसकी अध्यक्षता उत्तर प्रदेश के चीफ पोस्टमास्टर जनरल कौशलेंद्र कुमार सिन्हा ने की।
रायबरेली द्वारा सर्वाधिक लोगों का आधार मोबाइल नंबर से जोड़ने हेतु चीफ पोस्ट मास्टर जनरल ने रायबरेली मंडल के अधीक्षक अशोक बहादुर सिंह को उत्कृष्ट कार्य हेतु सम्मानित किया।
विदित हो कि सरकार द्वारा दी जा रही विभिन्न डीबीटी भुगतान या श्रम कार्ड या अन्य सरकारी सेवाओं हेतु आधार कार्ड से मोबाइल नंबर जोड़ना अनिवार्य हो गया है, दूरदराज से आ रहे लोगों को सवेरे ही लाइन लगाकर अद्यतन करवाने के लिए जद्दोजहद करनी पड़ती थी। लेकिन डाक विभाग के इस पहल से निश्चित ही लोगों को काफी सुकून मिला है।
अधीक्षक डाकघर अशोक बहादुर सिंह ने बताया की डाक विभाग की यह व्यवस्था इंडिया पोस्ट पेमेंट बैंक के सीईएलसी सॉफ्टवेयर के माध्यम से होता है जिस में आने वाले दिनों में घर बैठे ही 5 साल तक के नवजात शिशुओं का आधार भी बनेगा।