सीईएल की वैज्ञानिक सलाह एवं तकनीकी सहयोग से पूर्ण हुआ एमएनसीयू का निर्माण
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बुलंदशहर में हुआ 20 बेड़ों के एमएनसीयू वार्ड का लोकार्पण
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विधायक, मण्डल आयुक्त, डीएम ने मिलकर संयुक्त रूप से किया लोकार्पण
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कम वजन के नवजात शिशुओं के लिए वरदान साबित होगा एमएनसीयू वार्ड
रायबरेली। कम्युनिटी एम्पावरमेंट लैब की वैज्ञानिक सलाह एवं तकनीकी सहयोग से बुलंदशहर के जिला महिला कस्तूरबा चिकित्सालय में एमएनसीयू वार्ड का निर्माण पूर्ण हो गया है। जिसका लोकार्पण गुरुवार को राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन के दिशा निर्देश पर हर्षोल्लास पूर्वक किया गया। गौरतलब हो कि पिछले 21 वर्षों से नवजात शिशुओ को एवं माताओं की सम्मानजनक देखभाल करती चली आ रही कम्युनिटी एम्पावरमेंट लैब सीईएल सक्षम शिवगढ़ की वैज्ञानिक सलाह एवं तकनीकी सहयोग से एमएनसीयू का निर्माण कार्य पूर्ण हुआ है।
20 बेडों के इस एमएनसीयू वार्ड में बुलन्दशहर के अस्पतालों में समय से पहले जन्म लेने वाले अपरिपक्व एवं कम वजन के नवजात शिशुओं को उसकी माँ के साथ उपचार दिया जाएगा। बाल रोग विशेषज्ञों एवं चिकित्सकों का कहना है कि समय से पूर्व जन्मे अपरिपक्व एवं कम वजन के नवजात शिशुओं के लिए एमएनसीयू वरदान साबित होगा।जिला कस्तूरबा महिला चिकित्सालय में नव निर्मित इस 20 बेड के एमएनसीयू वार्ड का लोकार्पण गुरुवार को बुलन्दशहर के सदर विधायक प्रदीप चौधरी, मेरठ मण्डल आयुक्त सुरेंद्र सिंह व बुलन्दशहर के जिलाधिकारी चंद्र प्रकाश द्वारा संयुक्त रूप से फीता काटकर किया गया।
ज्ञात हो कि कम्युनिटी एम्पावरमेंट लैब की वैज्ञानिक सलाह एवं तकनीकी सहयोग से प्रदेश का यह ऐसा पहला मदर- न्यू बोर्न केयर यूनिट बनकर तैयार हुआ है। जिसमें शिशु की हालत नाजुक होने पर भी उन्हें अपनी माँ से अलग नही किया जायेगा। इस वार्ड में नवजात शिशु को उसकी मां के साथ उपचार दिया जाएगा। इस एमएनसीयू वार्ड की खाशियत है कि इसे पांच सितारा होटल से भी बेहतर रूप दिया गया है। सरकारी अस्पताल में बने इस वार्ड में निजी अस्पताल से भी अच्छी सुविधा उपलब्ध हैं।
जिला कस्तूरबा महिला चिकित्सालय की मुख्य चिकित्साधिकारी डॉ. ज्योत्सना कुमारी ने बताया अब कम वजन के नवजात शिशुओं को उपचार के लिए कहीं बाहर नहीं ले जाना पड़ेगा। अब उनको यहीं बेहतर उपचार मिल जाएगा। उन्होंने कहा इस यूनिट के शुरू होने से शिशु मृत्युदर में भी कमी आएगी।
ज्ञात हो कि इसकी पहल जिला महिला चिकित्सालय की मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ. ज्योत्सना द्वारा की गई उन्होंने स्वयं सीईएल से तकनीकी सहयोग की अपील की थी, जिसके पश्चात सीईएल टीम ने जिला महिला चिकित्सालय जाकर जगह का निरीक्षण किया और इसे बनाने में तकनीकी सहयोग दिया। इस एमएनसीयू वार्ड के निर्माण में विकास प्राधिकरण की सचिव निशा अनंत, मुख्य विकास अधिकारी अभिषेक पांडेय का बहुत बड़ा सहयोग रहा।
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