शिवगढ़ थाना क्षेत्र में वन माफिया सक्रिय ! बेखौफ होकर चला रहे हरियाली पर आरा
- पड़रिया ग्राम पंचायत में 3 दिन तक होती रही हरे भरे प्रतिबंधित पेड़ों की कटान
- हरियाली के दुश्मन बने वन माफिया
शिवगढ़,रायबरेली। शिवगढ़ थाना क्षेत्र में प्रतिबंधित हरे पेड़ों की कटान रुकने का नाम नहीं ले रही है। धान की फसल कटने के बाद से वन माफिया पुलिस एवं वन विभाग की मिलीभगत से बेखौफ होकर हरियाली पर आरा चला रहे हैं। जिसका जीता जागता उदाहरण शिवगढ़ थाना क्षेत्र के पड़रिया ग्राम पंचायत में देखने को मिला। जहां बेखौफ वन माफिया ने मल्हू का पुरवा – भुजई का पुरवा गांव के बीच स्थित बाग में खड़े हरे भरे विशालकाय आम,जमुन के दर्जनों पेड़ों पर आरा चलाकर बाग की बाग वीरान कर दी। ग्रामीणों की माने तो पक्की नहर की पटरी और गांव के आवागमन के लिए लगे खडण्जे के बीच स्थित इस बाग में मंगलवार से बृहस्पतिवार तक लगातार 3 दिन तक पेड़ों की कटान जारी रही, जैसे जैसे पेड़ कटते रहे लकड़ी ट्रालियों में लदकर जाती रही।
विडम्बना है कि दोनों रास्तों 24 सों घण्टे आवागमन होने के बावजूद पुलिस और वन विभाग को पेड़ों की कटान की भनक तक नहीं लगी। आखिर इसे पुलिस और वन विभाग की निष्क्रियता मानी जाए या मिलीभगत। हालांकि बृहस्पतिवार की देर शाम सूचना मिलने पर बाग में पहुंची शिवगढ़ पुलिस ने मौके पर मिले आम के दो पेड़ों की लकड़ी को अपने कब्जे में लेने के साथ ही वन माफिया के खिलाफ संबंधित धाराओं में मुकदमा पंजीकृत कर लिया है। इसके साथ ही अभी हाल ही में वन माफियाओं ने थाना क्षेत्र के कसना, कुम्भी सहित ग्राम पंचायतों में हरे-भरे सैकड़ों वर्ष पुराने विशालकाय प्रतिबंधित पेड़ों को काटकर बहुमूल्य लकड़ी पार कर दी।
पुलिस द्वारा वन माफिया के खिलाफ की गई कार्यवाई से अन्य वन माफियाओं में हड़कम्प मच गया है। इस बाबत जब रायबरेली डीएफओ आशुतोष जायसवाल से बात की गई तो उनका कहना था कि मामला संज्ञान में नहीं है अभी दिखवा रहा हूं। वहीं शिवगढ़ थानाध्यक्ष अरुणेश कुमार गुप्ता का कहना है कि मौके पर मिली लकड़ी कब्जे में लेकर पेड़ों के कटान करने वाले ठेकेदार के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर लिया गया है।