हर्षोल्लास पूर्वक मनाई गई माता सावित्रीबाई फुले की 194 वीं जयन्ती
हम भारत के लोग बैनर तले किया गया कार्यकम का आयोजन
समाज को शोषण से बचाने के लिए जगानी होगी शिक्षा की अलख : आलोक बौद्ध
शिवगढ़,रायबरेली। क्षेत्र के शिवगढ़ नगर पंचायत अन्तर्गत दामोदर खेड़ा में हम भारत के लोग बैनर तले बड़े ही हर्षोल्लास पूर्वक भारत की प्रथम महिला शिक्षिका माता सावित्रीबाई फुले की 194 वीं जयन्ती मनाई गई। इस अवसर पर बहुजन महापुरुषों के जीवन पर आधारित भाषण तथा स्वरचित गीत प्रतियोगिता का भव्य आयोजन किया गया जिसमें छात्र-छात्राओं ने अपनी प्रतिभा दिखाते हुए सैकड़ों की में संख्या में उपस्थित लोगों का मनमोह लिया। कार्यक्रम में बुद्धिष्ट म्यूजिकल ग्रुप की मिशनरी ड्रांसर आंचल बौद्ध,पायल बौद्ध ने माता सावित्रीबाई की महिमा पर आधारित मनमोहक प्रस्तुति देकर सबका मन मोह लिया। वहीं अमरेश दीवाना के ऊर्जावान भाषण सुन जयभीम के उद्घोष से पूरा पण्डाल गुंजायमान हो उठा। कार्यक्रम का शुभारम्भ आलोक बौद्ध, जेपी बौद्ध, दीपक बौद्ध, शिक्षक राजेश्वर प्रसाद,प्रेम नरायण, आरवी टेडर्स के मालिक मनोज रावत, अम्बरीष बौद्ध,ओम प्रकाश रावत,प्रेमचन्द नाग आदि लोगो द्वारा भगवान तथागत बुद्ध,भारतरत्न डा.भीम राव अम्बेड़कर,महात्मा ज्योतिबाराव फुले, माता
सावित्रीबाई फुले,सन्त कबीरदास आदि महापुरुषों की प्रतिमा पर पुष्पांजलि से किया गया। मंच संचालक आलोक बौद्ध ने कार्यक्रम में उपस्थित लोगों को सम्बोधित करते हुए कहाकि गरीबी से ज्यादा सामाजिक बेज्जती खटकती है,इस शोषण को समाप्त करने के लिए महात्मा ज्योतिबाराव फुले ने सावित्रीबाई फुले को पढ़ाया लिखाया और वे देश की प्रथम महिला शिक्षिका बनी। समाज को शोषण से बचाने के लिए जन-जन में शिक्षा की अलख जगानी होगी। दीपक बौद्ध ने माता सावित्रीबाई के जीवन पर प्रकाश डालते हुए कहाकि
सावित्रीबाई फुले का जन्म एक दलित परिवार में हुआ था। पहले के समय में दलितों को शिक्षा आदि से वंचित रखा जाता था लेकिन सावित्रीबाई फुले ने इन सब कुरीतियों से लड़कर अपनी पढ़ाई जारी रखी। उनके समाज में छुआ-छूत का सामना करना पड़ा लेकिन उन्होंने इन सबसे हार न मानकर अपनी शिक्षा जारी रखी। इसके बाद उन्होंने अहमदनगर और पुणे में अध्यापक बनने की ट्रेनिंग पूरी की और बाद में अध्यापिका बनीं। वहीं जेपी बौद्ध,दीपक बौद्ध,जगजीवन भारती आदि लोगों ने माता सावित्रीबाई फूले एवं बहुजन महापुरूषों के जीवन पर डालते हुए शिक्षा पर जोर दिया। कार्यक्रम का आयोजन युवा समाजसेवी आलोक कुमार बौद्ध,मवइया निवासी युवा समाजसेवी दीपक कुमार बौद्ध के नेतृत्व में हम भारत के लोगों द्वारा किया गया। वक्ताओं ने लोगों में सविधान की अलख जगाते हुए कहाकि समाज में शोषण तथा ठगी से बचने के लिए संविधान के प्रति लोगों को जागरूक करना होगा,संविधान की रक्षा करनी होगी। इस मौके पर राजनरायण, रामदास गौतम,अंकित,अमित, बसन्तलाल शिवशंकर,आशीष,शुभम, रितिक,सोनी बैग,दिलीप,शैलेन्द्र, कुलदीप सिंह,आशुतोष यादव,जय श्री सैनी, राजेंद्र कुमार, फूलचंद्र, रोहित गौतम, मोहित विक्रम, अरविंद आदि लोगों के साथ ही कार्यक्रम में सैकडों की तादात में महिलाएं उपस्थित रही।

दबाव और प्रभाव में खब़र न दबेगी,न रुकेगी