बाराबंकी : जमीन बैनामा में ठगी का शिकार हुई पीडित महिला दर-दर भटक रही

रिपोर्ट – मुन्ना सिंह

  • थाना अध्यक्ष व सीओ की कार्यशैली से आहत पीड़ित महिला ने डीआईजी अयोध्या व कमिश्नर से लगाई न्याय की गुहार।

बाराबंकी : तहसील रामसनेहीघाट क्षेत्र में बैनामा में ठगी का शिकार हुई महिला का कहना है कि उसके पति के साथ धोखाधडी कर हाईवे किनारे स्थित कीमती जमीन महज 3 लाख में बैनामा करवा ली गई।पीड़िता का यह भी कहना है की क्रेता के द्वारा मेरे पति के अकाउंट पर मात्र ₹1लाख रुपए आरटीजीएस किए गए है व ₹5000 नगद में दिए गए हैं।जब पीड़िता ने सीओ व थानाध्यक्ष के सामने अपना पक्ष रखना चाहा तो अधिकारियों ने एक भी न सुनी पीड़ित महिला व उसके पति को यह कहकर फटकार कर भगा दिया गया कि तुम्हारा मुकदमा नहीं लिखा जाएगा।

पीड़ित महिला सीओ व थानाध्यक्ष की कार्यशैली से आहत होकर पुलिस उप महानिरीक्षक अयोध्या के समक्ष पेश होकर न्याय की फरियाद की है।पूरे कल्याण मजरे भवनिया पुर खेवली निवासी सूरज लाल गोस्वामी की पीडित पत्नी का कहना है।कि वह लगभग 15 दिनो से रामसनेहीघाट सीओ ऑफिस व कोतवाली के चक्कर काट रही है।

परन्तु वहां पर कोई सुनने वाला नही है।मामले मे दो बार पीड़िता को सीओ ऑफिस बुलाया गया परन्तु पीडित की एक भी न सुनी गई।आखिर सुनी भी कैसे जाये बाहुबलियों व भूमाफियाओं के आगे अच्छे-अच्छे सीओ भी नतमस्तक हो जाते है।तो आखिर सुनेगा कौन।पीडिता ने मामले मे डीआईजी व कमिस्नर ऑफिस से न्याय की मांग करते हुए स्थानीय थाना पर मुकदमा पंजीकृत कराने कि मांग की है।हम आपको बताते चलें कि पूरा मामला तहसील रामसनेहीघाट क्षेत्र का है।भूमाफिया वीर गांव निवासी पूर्व प्रधान मनोज मिश्रा ने अपनी पत्नी उमा मिश्रा के नाम पीडिता के पति को शाराब के नशे मे कर जमीन बैनामा करवा लिया है।

जबकि इस संबंध में क्षेत्र के लोगों का कहना है कि सूरज लाल की मानशिक हालात ठीक नहीं है।उसका लगभग 4-5वर्षों से लगातार तहसील क्षेत्र के मानशिक रोग विशेषज्ञ डाँक्टर हरिजीत सिंह से इलाज चल रहा है।पीडिता का यह भी कहना है की वह गुडिया पर्व मे अपने भाई के साथ अपने मायके गढी कनकहा गांव चली गई थी।इस दौरान पीड़िता का पति शराब व दवा के नशे मे रहता था।गुडिया पर्व के दिन 02/08/ 2022को गाडी मे बिठाकर मनोज मिश्रा व अन्य साथी तहसील ले गये और वहीं बहला फुसलाकर सूरजलाल की 20वों लाख की बेश कीमती जमीन महज 3लाख रुपये में रजिस्ट्री करवा ली।और किसी को कानो कान भनक तक नही लगने दी।बिना किसी नोटिस मुश्न्ना भेजे 02/08/ 2022 तारीक को हुए बैनामे मे मात्र 7दिन के भीतर 09/08/ 2022बैनामा दाखिल खारिज की डेट भी लग गई।जबकी बैनामा दाखिल खारिज की समय सीमा 35से 40 दिन है।पूरे प्रकरण की जानकारी हुई तो सुमन गोस्वामी ने तहसील रामसनेहीघाट पहुंचकर 05/08/ 2022आपत्ति स्वीकार करने की अर्जी लगाई एवं जनपद के पुलिस अधीक्षक महोदय से फरियाद लगाकर क्रेता के पति मनोज मिश्रा व पत्नी उमा मिश्रा के विरुद्ध मुकदमा पंजीकृत करवाने की मांग की थी परंतु न्याय न मिलने से पीड़िता बहुत दुखी है।मामले में पुलिस उप महानिरीक्षक अयोध्या ने पीड़िता को न्याय दिलाने का आश्वासन दिया है।

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