टीबी के रोगियों को खोजने के लिए विशेष अभियान 24 से

रिपोर्ट – उपेंद्र शर्मा 

  • आयुष्मान भारत-हेल्थ एंड वेलनेस सेंटर स्तर पर चलेगा अभियान
  • विश्व क्षयरोग दिवस पर (24 मार्च को) जनपद में विभिन्न गतिविधियों के माध्यम से लोगों किया जाएगा टीबी के प्रति जागरूक

नोएडा। विश्व क्षयरोग दिवस 24 मार्च से क्षय (टीबी) रोगियों को खोजने के लिए स्वास्थ्य विभाग विशेष अभियान चलाने जा रहा है। इस अभियान को आयुष्मान भारत-हेल्थ एंड वेलनेस सेंटर स्तर पर 21 दिन तक चलाया जाएगा। अभियान की जिम्मेदारी मुख्यरूप से सामुदायिक स्वास्थ्य अधिकारी (सीएचओ) संभालेंगे। विश्व क्षयरोग दिवस 24 मार्च को जनपद में विभिन्न गतिविधियों के माध्यम से लोगों को टीबी के प्रति जागरूक भी किया जाएगा।

जिला क्षयरोग अधिकारी डा. शिरीश जैन ने बताया- एक्टिव केस फाइंडिंग अभियान के बाद अब टीबी रोगियों को खोजने के लिए विश्व क्षयरोग दिवस 24 मार्च से जनपद में एक विशेष अभियान चलाया जाएगा। यह अभियान 13 अप्रैल तक चलेगा। 21 दिन चलने वाले अभियान के लिए जनपद को 2700 सैंपल एकत्र करने का लक्ष्य दिया गया है। उन्होंने बताया जनपद में 38 आयुष्मान भारत-हेल्थ एंड वेलनेस सेंटर हैं। इनके प्रभारियों को (सीएचओ) मुख्य रूप से जिम्मेदारी दी गयी है। शासन के निर्देशानुसार आशा कार्यकर्ता अपने क्षेत्र में घर-घर सर्वे और स्क्रीनिंग करेंगी। इस दौरान जो भी संभावित मरीज मिलेगा, उसके बलगम का सैंपल लेकर जांच की जाएगी। जांच में यदि टीबी होने की पुष्टि होती है तो उसका तुरंत उपचार शुरू कर दिया जाएगा। अभियान में स्क्रीनिंग और सर्वे की रिपोर्ट वह सीएचओ को सौंपेंगीं। इसके बाद सीएचओ ब्लाक स्तर पर रिपोर्ट देंगे, जहां से जिला मुख्यालय के माध्यम से रिपोर्ट शासन को भेजी जाएगी।

डा. जैन ने बताया- अभियान के लिए आशा, सीएचओ को प्रशिक्षण दिया जा चुका है।प्रशिक्षण के दौरान उन्हें बताया गया कि घर-घर सर्वे कैसे करना है और सैंपल कलेक्शन किस तरह से और कितना करना है। सैंपल की पैकिंग और लैब तक भेजने के बारे में भी उन्हें बताया गया। उन्होंने बताया अभियान की गतिविधियां दो भागों में संचालित की जाएंगी। पहला घर-घर रोगी खोज, दूसरा शिविर लगाकर रोगी खोज अभियान चलेगा। घर-घर रोगी खोज अभियान में आशा कार्यकर्ता घर-घर सर्वे करेंगी कि परिवार के किसी सदस्य को 15 दिन से अधिक खांसी, खांसी के साथ बलगम या खून आना, अचानक वजन कम होना या फिर बुखार रहने जैसी शिकायत तो नहीं है। यदि किसी व्यक्ति में इस तरह के लक्षण होंगे तो उसके बलगम की जांच कराई जाएगी। इसके अलावा प्रत्येक सामुदायिक स्वास्थ्य अधिकारी अपने क्षेत्र में तीन उच्च प्राथमिकता वाले क्षेत्र में का चयन कर वहां शिविर लगाएंगे और टीबी की जांच कराएंगे।

एसीएफ में मिले टीबी के 36 नये मरीज

जिला क्षय रोग अधिकारी ने बताया- शासन के निर्देश पर नौ से 22 मार्च तक चले एक्टिव केस फाइंडिंग अभियान के दौरान टीबी विभाग की टीम ने पूरे जनपद में टीबी संक्रमण के 36 नए मरीजों को खोजा है। सभी का उपचार शुरू कर दिया गया है। अभियान में 743 लोगों के स्पूटम (बलगम) की जांच की गयी।

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