दिवाकर त्रिपाठी
खीरों (रायबरेली) खीरों थाना क्षेत्र के गाँव तरवा-बरवा मजरे डोंडेपुर के रहने वाले पुलिस इंस्पेक्टर की हृदय गति रुकने से इलाज के दौरान मौत हो गई । परिवारजनों से मिली जानकारी के अनुसार तरवा-बरवा निवासी संजीव सिंह राठौर उर्फ संजय सिंह (47) मौजूदा समय में औरैया जिले के फफूंद मोहम्मदाबाद थाने में प्रभारी निरीक्षक के पद पर तैनात थे। उनका पूरा परिवार कानपुर में मकान बना कर रहा है। उनके पैतृक गाँव तरवा-बरवा में उन्के आवास पर ताला लगा हुआ है । उनके घर व खेती निजी नलकूप आदि की देखभाल इसी गाँव के निवासी शिवशंकर करते हैं। संजीव सिंह यदाकदा अपने परिवार के साथ अपनी जमीन की फसल आदि की पैदावार को लेने के लिए अपने पैतृक आवास पर आते थे। वह अपने पीछे पत्नी नीलू सिंह व एक बेटा दिव्यान्शु उर्फ बाबू (15) व एक बेटी गुनगुन (12) छोड़ गए है । बेटा दिव्यान्शु कानपुर में हाई स्कूल और बेटी गुनगुन कक्षा-5 की छात्र हैं। जानकारी के अनुसार इंस्पेक्टर संजीव सिंह राठौर की रविवार को अचानक तबियत बिगड़ने पर उन्हे स्थानीय दिव्यापुर के एक निजी अस्पताल में भर्ती कराया गया था । लेकिन हालत में सुधार न होने के कारण उन्हे हृदय रोग संस्थान कानपुर के लिए रेफर किया गया। जहां कार्डियोलाजी में उनका इलाज चल रहा था। जहां संजीव सिंह सोमवार की सुबह जिंदगी की जंग हार गए । इस असामयिक घटना से पत्नी नीलू सिंह, बेटे और बेटी का रो-रोकर बुरा हाल है । गौरतलब है की संजीव सिंह के पिता लल्लू सिंह उत्तर प्रदेश पुलिस में उपनिरीक्षक के पद पर तैनात थे । बीमारी के कारण वर्ष 2001 में उनकी भी असामयिक मौत हो गई थी । इसके बाद योग्यताधारी संजीव सिंह को शासन द्वारा वर्ष 2002 में अनुकम्पा नियुक्ति दी गई थी। इंस्पेक्टर के पद पर लगभग 18 वर्ष तक देश की सेवा करने के बाद सोमवार को हृदयगति रुक जाने से उन्होंने जिंदगी को अलविदा कह दिया।