सांसद प्रतिनिधि केएल शर्मा ने दिवंगत वरिष्ठ कांग्रेसी नेता रामशंकर शुक्ला के परिजनों को बंधाया ढाढ़स

शिवगढ़,रायबरेली। कांग्रेस पार्टी की राष्ट्रीय अध्यक्ष एवं रायबरेली सांसद सोनिया गांधी के प्रतिनिधि केवल शर्मा ने शिवगढ़ क्षेत्र के अहलादगढ़ मजरे भवानीगढ़ स्थित दिवंगत वरिष्ठ कांग्रेसी नेता रामशंकर शुक्ला के घर पहुंच कर उनके परिजनों को ढांढस बंधाते हुए हर सम्भव मदद का भरोसा दिया। श्री शर्मा ने दिवंगत रामशंकर शुक्ला के बेटे धर्मेंद्र उर्फ अनूप शुक्ला, आशीष उर्फ अनुपम शुक्ला, बेटी सीमा को भरोसा देते हुए कहा कि आप लोग अपने आपको अनाथ न समझे पूरी कांग्रेस पार्टी आपके साथ है। दिन हो या रात जब याद करोगे कांग्रेस पार्टी आपके साथ खड़ी नजर आएगी। केएल शर्मा ने कहा कि रामशंकर शुक्ला जी कांग्रेस पार्टी के एक वरिष्ठ एवं स्पष्ट वादी नेता थे। जो हमेशा पार्टी के प्रति समर्पित रहते थे।

शुक्ला  पार्टी कार्यकर्ताओं को सही समय पर सही आईना दिखाते रहते थे। जिनके निधन से पार्टी की अपूर्णनीय क्षति हुई है। उन्होने कहाकि दिवंगत रामशंकर शुक्ला ने आजीवन कांग्रेस पार्टी में रहकर त्याग एवं समर्पण की भावना से पार्टी के लिए कार्य किया। जिनके योगदान को कभी भुलाया नहीं जा सकता। इस मौके पर कांग्रेस पार्टी के कार्यवाहक जिलाध्यक्ष पंकज तिवारी, जिला उपाध्यक्ष निर्मल शुक्ला, जिला महामंत्री अजीत सिंह, बछरावां विधानसभा कोऑर्डिनेटर मनोज यादव, शिवगढ़ ब्लॉक अध्यक्ष एडवोकेट गौरव मिश्रा, जिला सचिव दिनेश यादव, राजकुमार शुक्ला, रामकिशोर मौर्या, बृजेंद्र द्विवेदी, गिरिजेश श्रीवास्तव, ममता सिंह, राजेश शुक्ला, सुधीर शुक्ला, नीरज शुक्ला, रामू रावत, संतोष शुक्ला, गोवर्धन दीक्षित, संजीव सिंह, गुड्डू शुक्ला आदि लोग मौजूद रहे।

बुधवार की शाम हृदय गति रुकने से हुआ था आकस्मिक निधन

शिवगढ़,रायबरेली। शिवगढ़ क्षेत्र के अहलादगढ़ मजरे भवानीगढ़ के रहने वाले 67 वर्षीयर वरिष्ठ कांग्रेसी नेता रामशंकर शुक्ला को बुधवार की शाम करीब साढ़े 7 बजे दिल का दौरा पड़ने पर परिजनों द्वारा उन्हे आनन-फानन में सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र शिवगढ़ ले जाया गया था। जहां डॉक्टरों ने उनकी हालत गम्भीर देखते हुए रेफर कर दिया। जिसके बाद परिजन रामशंकर शुक्ला को राजधानी लखनऊ स्थित लॉरी लेकर पहुंचे जहां डॉक्टरों ने स्वास्थ्य परीक्षण के पश्चात रामशंकर शुक्ला को मृत घोषित कर दिया। जिनका बृहस्पतिवार को गांव में ही अंतिम संस्कार किया गया था।

रामशंकर शुक्ला ने लखनऊ विश्वविद्यालय में एलएलबी करते समय कांग्रेस पार्टी के पूर्व विधायक श्याम किशोर शुक्ला से प्रेरणा लेकर कांग्रेस पार्टी के छात्र नेता के रूप में अपने राजनीति जीवन की शुरुआत की थी, रामशंकर शुक्ला आजीवन कांग्रेस में रहे। विपक्षी पार्टियों की सरकारें आती रही, सरकारें जाती रही,आफर मिलते रहे किंतु उन्होंने कभी पार्टी का दामन नहीं छोड़ा। कभी पार्टी के साथ गद्दारी नहीं की। हमेशा खुश मिजाज रहने वाले रामशंकर शुक्ला इस दुनिया को छोड़ कर हमेशा-हमेशा के लिए चले गए। उनकी कर्तव्यनिष्ठता एवं निश्छल और निष्कपट राजनीति लोगों के लिए प्रेरणा का काम करेगी।

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