सीडीओ ने संचारी रोग नियंत्रण/दस्तक अभियान की समीक्षा बैठक

रायबरेली 18 जुलाई, 2022 : जिलाधिकारी माला श्रीवास्तव के निर्देश पर मुख्य विकास अधिकारी प्रभाष कुमार ने बचत  भवन के सभागार में जनपद में चल रहे संचारी रोग नियंत्रण/दस्तक अभियान के सम्बन्ध में बैठक कर जानकारी ली गई। उन्होंने कहा कि मुख्य चिकित्साधिकारी सहित सम्बन्धित विभागों से संचारी रोग नियंत्रण/दस्तक अभियान द्वारा कराये जा रहे कार्यो व लक्ष्य की सम्पूर्ण जानकारी ली। उन्होंने सीएमओ तथा सम्बन्धित विभागों के अधिकारियों को निर्देश दिये कि संचारी रोग नियंत्रण अभियान जो कि 1 जुलाई से चलाया जा रहा है तथा 31 जुलाई तक अनवरत चलेगा। अभियान की सफलता के लिए माइक्रोप्लान बेहतर बनाकर टीम भावना से कार्य कर अभियान को सफल बनाने की कार्यवाही की जाये।
मुख्य विकास अधिकारी ने कहा कि चल रहे अभियान के दौरान जिन बच्चों के टीके नहीं लगे है उन्हें सावधानी व सुरक्षा के साथ ही लगाया जाये। इसके अलावा व्यापक पैमाने पर स्वच्छता, सेनेटाइजेशन आदि की सुविधाएं बढ़ाई जाये। संचारी रोग नियंत्रण तथा दस्तक अभियान सरकार की शीर्ष प्राथमिकता वाले व जन-जन के स्वास्थ्य से जुड़ा एक कार्यक्रम है जिसमें किसी भी प्रकार की शिथिलता व लापरवाही न बरती जाये। दिमागी बुखार को, मलेरिया, चिकनगुनिया, डेंगू आदि बीमारियों को बेहतर संविलास व उपचार की बेहतर स्वास्थ्य सेवाओं को ध्यान में रखते हुए लक्ष्य की ओर बढ़े। बैठक में डीपीआरओ को स्वच्छ भारत मिशन के तहत किसी भी प्रकार जानकारी न होने पर जिलाधिकारी ने स्पष्टीकरण प्राप्त कराने के निर्देश दिये।
मुख्य विकास अधिकारी ने कहा कि चलाये जा रहे अभियान के बारे में आम जन को अवगत कराये तथा अमल में लाये जाने को कहे। संचारी रोग नियंत्रण तथा दस्तक अभियान की सफलता तथा मच्छरों के नाश के लिए फॉगिंग मशीन से एक नाली व गढ्ढा में दवा भी छिड़की जायें तथा आहवन किया कि अभियान की सफलता के लिए साफ-सफाई स्वच्छ जरूरी है इस पर ध्यान दें। संचारी रोग नियंत्रण तथा दस्तक अभियान में कहा कि दिमागी बुखार को नियंत्रित करने से सबसे बड़ी समस्या इलाज में देरी है। दस्तक अभियान दिमागी बुखार से बचाव एवं नियंत्रण के लिए व्यवहार परिवर्तन संचार अभियान है इस में स्वास्थ्य कार्यकर्ता घर-घर जाकर 1-15 वर्ष के आयु के बच्चों के माता-पिता को बीमारी से बचाव एवं उपचार की जानकारी दें। कोई भी बीमारी दिमागी बुखार हो सकता है। ऐसी स्थिति में इलाज में देरी न की जाये। अभियान के दौरान जानकारी के साथ दिमागी बुखार पर चौतरफा वार भी होगा, जिसमें नियमित टीकाकरण के अंतर्गत जेई टीकाकरण, मच्छरों से बचाव के लिए फॉगिंग, बुखार ग्रस्त कटाई, नालियों की सफाई, हैण्डपम्पों की मरम्मत और शौचालय निर्माण आदि शामिल है। संचारी रोग नियंत्रण तथा दस्तक अभियान में सभी को पूरी तरह सहयोग करना होगा। प्रत्येक बच्चा अनमोल है और सही जानकारी एवं सही समय पर दिया गया इलाज उनकी जान बचा सकता है।
इस मौके पर मुख्य चिकित्साधिकारी डॉ0 वीरेन्द्र सिंह, जिला कृषि अधिकारी, एडीआईओ इंजेश सिंह, मो0 राशिद रियाज सहित सम्बन्धित विभाग के सभी अधिकारी एमओआईसी आदि भी उपस्थित रहे।

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