डलमऊ की काफ़िया सफीक अधिवक्ता सम्मान समारोह में सम्मानित
डलमऊ,रायबरेली।बिना लक्ष्य के जीने वाले इंसानों की जिंदगी कहां अमीर होती है, जब मिल जाती है सफलता तो नाम ही सबसे बड़ी जागीर होती है। जहां एक उम्र के बाद बेटियों को घर से बाहर निकलने की इजाज़त कम दी जाती है। वहीं डलमऊ कस्बे की रहने वाली बेटी काफ़िया सफीक नें घर के बाहर निकल कर कुछ कर दिखाने का हौशला इख़्तेयार किया तो वह सफल हुई। अम्मा अब्बू का सपना था कि बेटी वकील बने गरीबो की मदद कर सके।इसी हौशले के साथ बेटी को पढाया-लिखाया गया। बेटी नें भी अम्मी अब्बू का सपना पूरा कर दिखाया। लखनऊ बार एशोसिएशन की ओर से अधिवक्ता सम्मान समारोह में डलमऊ की काफ़िया सफीक वकील बेटी को सम्मानित किया गया। बेटी के सम्मानित होने पर डलमऊ के लोगो में भी खुशी की झलक देखने को मिली है। कार्यक्रम के मुख्य अतिथि के रूप में पहुंचे हाईकोर्ट के चीफ जस्टिस गोविंद माथुर द्वारा हाईकोर्ट की वकील काफिया बानो को सम्मानित किया गया है।काफ़िया के सम्मानित होने पर साथी वकीलों में खुशी की झलक देखने को मिली वहीं डलमऊ की रहने वाली काफिया के गांव में भी लोग भी ख़ुशी का इज़हार कर रहे हैं। मोहम्मद शफी नें अपनी बेटी की सफलता पर खुशी जाहिर करते हुए कहा कि एक पिता होने के नाते अपनी बेटी की सफलता पर उन्हें काफी गर्व महसूस हो रहा है। बातचीत के दौरान काफिया सफीक ने कहा कि अम्मी अब्बू का सपना था कि मैं वकील बनूँ, मैंने वकालत की पढ़ाई की, जिस पर मुझे वकालत की डिग्री हासिल हुई।