एमपी के मंत्री ने कांग्रेस पार्टी को लेकर दिया विवादित बयान, विदेशी माल से की तुलना

भाजपा(भारतीय जनता पार्टी) ने धार्मिक भावनाएं आहत करने वाले अपने 38 नेताओं की पहचान की है। राज्यसभा सांसद और पूर्व सीएम दिग्विजय सिंह ने इस पर सवाल खड़े करते हुए कहा कि धार्मिक भावनाएं आहत करने वाले नेताओं की सिर्फ पहचान करने से क्या होगा भाजपा को इसकी परिभाषा बतानी चाहिए योगी जी ने कितनी बार धर्म के आधार पर नफरत फैलाने वाले बयान दिए क्या बीजेपी उनको भी उन्हीं ( धार्मिक भावना आहत करने वालों) में गिनेगी।

मंत्री भूपेंद्र सिंह दिग्विजय के इस बयान के बाद मध्यप्रदेश के कैबिनेट मंत्री भूपेंद्र सिंह ने कांग्रेस पार्टी और दिग्विजय सिंह पर जमकर हमला बोला। उन्होंने कहा कि वो कह रहे है कि वो सबसे बड़े देश भक्त हैं, लेकिन प्रदेश की जनता नहीं मानती ना कि कांग्रेस देशभक्त है। कांग्रेस देशभक्त कहां से हो गई। वहां से जो कुछ है, सब विदेश का ही माल है। देश का तो कुछ है ही नहीं, तो देशभक्त कहां से हो गई। कांग्रेस का देशभक्ति से कोई संबंध ही नहीं है। और जनता ने बता दिया देशभक्त कौन है ? मोदी जी हैं कि कांग्रेस ? ये बता दिया है। देश में कांग्रेस विपक्ष में रहने लायक भी नहीं बची और लगातार जिस तरह से कांग्रेस  की जो हालत है, हार का सामना करना पड़ रहा है, वो अंतिम पड़ाव पर पहुंच रही है। गांधीजी का सपना था वह लगभग पूरा होने की स्थिति में है।

 

पूर्व सीएम दिग्विजय के बयान का जवाब देते हुए मंत्री भूपेन्द्र सिंह ने कहा कि कांग्रेस का इतिहास रहा है कि उसने हमेशा देश को तोड़ने की कोशिश की है। चाहे वे कश्मीर का मामला हो या हैदराबाद का। कांग्रेस तो हैदराबाद को भी वहां के निजाम को देना चाहती थी। वो तो उस समय सरदार वल्लभ भाई पटेल थे, जिनके कारण हैदराबाद का भारत में वापस विलय हुआ है। भूपेंद्र सिंह ने कहा कि भारत विभाजन का कारण भी कांग्रेस है। कांग्रेस की नीति हमेशा विभाजनकारी रही है।

 

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