31 मई तक मेरठ मंडल में तैयार होंगे 71 एमएनसीयू वार्ड

रिपोर्ट – उपेंद्र शर्मा

  •  71 एमएनसीयू वार्ड के साथ मेरठ होगा देश का पहला मंडल
  •  एमएनसीयू वार्ड बनने से शिशु मृत्यु दर में कमी आएगी

मेरठ : 25 मई 2022। मेरठ मंडल देश का पहला ऐसा मंडल होगा जहां पर जिला अस्पताल के अतिरिक्त सामुदायिक, प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों पर मदर न्यूबोर्न केयर यूनिट (एमएनसीयू) वार्ड स्थापित होंगे। मंडल के सभी जिलों में 71 एमएनसीयू वार्ड निर्माण का कार्य तेजी से चल रहा है। 31 मई तक सभी को क्रियाशील करने के निर्देश हैं। एमएनसीयू वार्ड बनने से नवजात शिशु मृत्यु दर में कमी आएगी।

मेरठ मंडलायुक्त सुरेन्द्र सिंह ने बताया बीते दिनों उन्होंने जनपद बुलंदशहर के कस्तूरबा जिला महिला अस्पताल में नव निर्मित एमएनसीयू वार्ड का लोकार्पण किया था। वहां की सुविधा और व्यवस्था से प्रभावित होकर उन्होंने मंडल के सभी जनपदों में जिला अस्पताल से लेकर सामुदायिक और प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों पर एमएनसीयू वार्ड बनाने के निर्देश दिए हैं। एमएनसीयू वार्ड का निर्माण होने से जल्दी ही नवजात शिशुओं को सुविधाओं के साथ इलाज मिलेगा, जिससे नवजात शिशु मृत्यु दर में कमी आएगी। मंडल के 6 जनपदों के सभी सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्रों और जहाँ 10 से अधिक प्रसव होते हैं ऐसे सभी प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्रों में एमएनसीयू वार्ड को तैयार किया जा रहा है।

मेरठ मंडल के जनपद बुलंदशहर में 23, बागपत में 10, हापुड़ में 10 ,गाजियाबाद में 6 गौतमबुद्ध नगर में 10 और मेरठ में 12 एनएमसीयू वार्ड शामिल हैं। सभी इन सभी एमएनसीयू वार्ड को 31 मई तक क्रियाशील करना है। एमएनसीयू वार्ड निर्माण के लिये स्वयं सेवी संस्थाओं का सहयोग लिया जा रहा है।

सीईएल का लिया जा रहा तकनीकी सहयोग

मेरठ मंडल में तैयार हो रहे मदर न्यू बोर्न केयर यूनिट वार्ड निर्माण में सीईएल(कम्युनिटी एम्पावरमेंट लैब) का तकनीकी सहयोग लिया जा रहा है। बुलंदशहर के कस्तूरबा जिला अस्पताल में सीईएल के सहयोग से 20 बेड का एमएनसीयू बनाया गया है।

 

बुलंदशहर से प्रभावित होकर लिया निर्णय  

मुख्य चिकित्सा अधिकारी डा. अखिलेश मोहन ने बताया अभी हाल ही में बुलंदशहर में बनाये गये एमएनसीयू का मंडल आयुक्त सुरेंद्र सिंह ने लोकार्पण किया था। यहां बने एमएनसीयू वार्ड से प्रभावित होकर उन्होंने पूरे मंडल में इस तरह के वार्ड को तैयार करने का निर्देश दिया।

मां के साथ नवजात को दिया जाएगा उपचार 

नोडल अधिकारी डा. पूजा शर्मा  ने बताया जनपद में एमएनसीयू वार्ड का निर्माण होने से नवजात शिशु मृत्यु दर में कमी आएगी। एमएनसीयू वार्ड में कम वजन के बच्चों को रखा जाएगा। इतना ही नहीं वहां पर मां के साथ ही नवजात शिशु को इलाज दिया जाएगा। उन्होंने बताया इस तरह के नवजात जोखिम वाली श्रेणी में आते हैं।

केएमसी पोजिशन में मिलेगा उपचार

एमएनसीयू वार्ड में उपचार के दौरान कम वजन के नवजात शिशुओं को मां अपने सीने पर लगाकर रखेंगी। वार्ड में आने वाली महिलाओं व परिजनों को की काउंसलिंग की जाएगी, जिससे नवजात की उचित देखभाल हो सके।

भोजन, स्नान सहित अन्य सुविधाएं मिलेंगी

जनपद के सामुदायिक, प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों पर बनने वाले एमएनसीयू वार्ड में महिलाओं के सम्मान का विशेष ध्यान रखा जाएगा। वार्ड में स्वच्छ भोजन, स्वच्छ स्नानगृह, स्वच्छ पीने के पानी की व्यवस्था और शौचालय जैसी मूलभूत सुविधा उपलब्ध रहेंगी।

 

मूलभूत सुविधाओं से लैस होंगे

सरूरपुर सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र प्रभारी डा. ओपी जयसवाल ने बताया शासन के आदेश पर सीएचसी पर नवजात शिशुओं के लिए एमएनसीयू वार्ड का निर्माण कराया जा रहा है। वहां सभी मूलभूत सुविधाएं उपलब्ध रहेंगी। वार्ड में एसी लगाए जाएंगे। नवजात के उपचार के लिए आवश्यक उपकरण व मशीन की व्यवस्था रहेगी।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *