धैर्य शुक्ला
रायबरेली- जनपद के समस्त अस्थाई एवं स्थाई गोवंश आश्रय स्थलों में गोवंश संरक्षण संवर्धन प्रबंधन माननीय मुख्यमंत्री निराश्रित गोवंश सहभागिता योजना वर्मी कंपोस्ट खाद जीवामृत ऑर्गेनिक खाद के उपयोग आदि विषयों पर पशुपालक गोष्ठिया आयोजित की गई। गोवंश आश्रय स्थल टिकरा में मुख्य पशु चिकित्सा अधिकारी डॉक्टर गजेंद्र प्रताप सिंह एवं डॉक्टर पी एस निरंजन द्वारा गोष्ठी में सहभाग कर रहे, एक सौ से अधिक गोपालको के समक्ष गोवंश सुपुर्दगी दुधारू नस्ल के पशुओं का पालन करने निराश्रित गोवंश को गोद लेने के उपरांत शासन स्तर से ₹900 प्रति माह प्रति गोवंश तथा अधिकतम 3600 रुपए की धनराशि भरण पोषण मद में शासन से प्राप्त कराई जा रही है।

टिकरा में संरक्षित गोवंश को मुख्य पशु चिकित्सा अधिकारी द्वारा गौ पूजन करने के साथ समस्त गोवंश को गुड़ खिलाया गया।

गोष्ठी में डॉ सिंह द्वारा गौ सेवा प्रेमी/गोपालक को 1-1 छुट्टा गोवंश को बांधकर खिलाने की पद्धति पर जोर दिया तथा कहा कि मशीनीकरण एवं औद्योगिकीकरण होने के कारण खेती में बछड़ों का उपयोग कम हुआ है इसलिए वर्गीकृत वीर्य योजना द्वारा बछिया पैदा करने व उन्नत नस्ल के पशु के पालन पोषण पर जोर दिया। मेंरुई त्रिपुला मलिकमऊ जड़ावगंज बछरावां महाराजगंज लालगंज बेला भेला बेला खारा ऊंचाहार डलमऊ हरचंदपुर हमीरमऊ नेडारु सुदामापुर असनी आदि सभी गोवंश आश्रय स्थलों में गोष्ठी आयोजित कर प्रतिभागियों को प्रशिक्षित किया गया।