● जनपद के 3958 आंगनबाड़ी केंद्रों पर भेजे गए स्टेडियोमीटर
बुलंदशहर। जनपद में संचालित आंगनबाड़ी केंद्रों पर बच्चों एवं किशोरियों- बालिकाओं की लम्बाई स्टेडियोमीटर से नापी जाएगी। शासन की ओर से आंगनबाड़ी केंद्रों को स्टेडियोमीटर उपलब्ध कराए गये हैं। मंगलवार को तहसील अनूपशहर में आयोजित सम्पूर्ण समाधान दिवस में जिलाधिकारी रविंद्र कुमार एवं वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक संतोष कुमार सिंह ने तहसील क्षेत्र के 25 आंगनबाड़ी केंद्रों की आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं को स्टेडियोमीटर उपलब्ध कराए। जनपद में 3958 आंगनबाड़ी केंद्र संचालित हैं। सभी केंद्रों को स्टेडियोमीटर उपलब्ध कराए गये हैं। जिलाधिकारी रविंद्र कुमार ने बताया जनपद के सभी आंगनबाड़ी केंद्रों पर स्टेडियोमीटर भेजे गए हैं। स्टेडियोमीटर के माध्यम से अब बच्चों में बौनेपन की पहचान की जा सकेगी। इसके उपयोग से किशोरी बालिकाओं का बीएमआई (बाडी मास इंडेक्स) ज्ञात हो सकेगा, जिससे किशोरी बालिकाओं में कुपोषण की पहचान कर उन्हें आवश्यक चिकित्सा सुविधा उपलब्ध कराई जाएगी। इस तरह से जब किशोरी बालिका स्वस्थ होगी तो आने वाले समय में जब वह मां बनेंगी तो उनका बच्चा भी स्वस्थ होगा और स्वस्थ मां-स्वस्थ बच्चे की अवधारणा पूरी होगी।
जिला कार्यक्रम अधिकारी हरिओम बाजपेई ने बताया जिलाधिकारी ने जनपद में तैनात आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं को बच्चों के पोषण पर ध्यान देने के निर्देश दिये हैं। उन्होंने कहा आंगनबाड़ी कार्यकर्ता ध्यान दें कि उनके क्षेत्र में किसी भी हालत में कोई बच्चा कुपोषित नहीं रहना चाहिए। उन्होंने कहा कि यदि कोई बच्चा ऐसा दिखता है जिसे अतिपोषण की जरूरत है तो उसे जिला अस्पताल में संचालित पोषण पुनर्वास केंद्र पर भेजा जाए ताकि उसका जरूरत के हिसाब से इलाज कराया जाए और उसे सुपोषित बनाया जाए। इस मौके पर सीडीपीओ जहांगीराबाद संगीता कौशिक, प्रभारी सीडीपीओ अनूपशहर शैल कुमारी सहित अन्य अधिकारी कर्मचारी मौजूद रहे।
स्टेडियोमीटर : यह बच्चों की लम्बाई नापने में सहायक होता है। अभी तक आंगनबाड़ी केंद्रों पर लम्बाई नापने के लिए फीते का उपयोग किया जाता था। डब्ल्यूएचओ की ओर से लम्बाई नापने के लिए स्टेडियोमीटर की सिफारिश की जाती है। अब दीवारों के सहारे लगने वाले स्टेडियोमीटर से लम्बाई नापी जाएगी। अब ग्रोथ चार्ट में इसी से नापी गयी लम्बाई लिखी जाएगी।