प्रमोद राही
लखनऊ।मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने अभ्युदय योजना का शुभारंभ करते हुये कहा प्रदेश के युवा सपने देखें। इन सपनों को साकार करने के लिए कदम बढ़ाएं। सपना चाहे सिविल सेवा हो या नीट, जेईई, एनडीए और सीडीएस जैसी प्रतियोगी परीक्षाओं का, सरकार सबके लिए बेहतरीन कोचिंग देगी। अब प्रदेश का एक भी युवा, स्तरीय गाइडेंस के अभाव में सफ़लता से वंचित नहीं रहेगा। मुख्यमंत्री ने कहा है कि ‘अभ्युदय’ महज एक कोचिंग नहीं, बल्कि जीवन निर्माण का पथ-प्रदर्शक है। युवा पूरे मन से अपनी हौसलों की उड़ान भरें, सफलता के हर संसाधन सरकार मुहैया कराएगी।
मुख्यमंत्री सोमवार को अपने आवास पर ‘अभ्युदय टाउनहॉल’ कार्यक्रम में सिविल सेवा, नीट, जेईई, सीडीएस और एनडीए जैसी प्रतिष्ठित प्रतियोगी परीक्षाओं में सफलता के लिए स्तरीय मार्गदर्शन दिलाने वाली अभिनव योजना ‘अभ्युदय’ का शुभारंभ अवसर पर युवाओं से संवाद कर रहे थे। उन्होंने कहा कि प्रारंभ में मंडल स्तर पर शुरू ही रही ‘अभ्युदय कक्षाओं’ को समय के साथ परिष्कृत करते हुए जिलों तक विस्तार दिया जाएगा। मुख्यमंत्री ने युवाओं को भरोसा दिलाया कि अभ्युदय कक्षाओं में देश-दुनिया की सर्वश्रेष्ठ फैकल्टी उपलब्ध होगी। आईएएस, आईपीएस, आईएफएस (वन सेवा), पीएसीएस जैसी सेवाओं के लिए सफल हो चुके वरिष्ठ अधिकारियों का मार्गदर्शन मिलेगा। मुख्यमंत्री योगी ने कहा कि 05 लाख युवाओं ने पंजीयन कराया है, जिसमें ऑनलाइन परीक्षा के आधार पर करीब 50 हजार का चयन ऑफलाइन कक्षाओं के लिए हुआ है। यह कक्षायें बसंत पँचमी से सभी 18 मण्डलों पर निर्धारित समय-सारिणी के अनुसार चलेंगी। जबकि शेष प्रतियोगी छात्र ऑनलाइन पोर्टल पर वर्चुअल कक्षाओं का लाभ उठा सकेंगे।योगी हूं, पर कर्म-पुरुषार्थ पर रखता हूं भरोसा।मुख्यमंत्री ने वर्चुअली जुड़े प्रतियोगी छात्रो को सफलता के मन्त्र देते हुये कहा ए भाग्य भरोसे न बैठें। उन्होंने अपना उदाहरण दिया। कहा कि वह योगी हैं, किंतु अपने कर्म और पुरुषार्थ पर भरोसा करते हैं। उन्होंने युवाओं को भारतरत्न पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी की कविता ‘छोटे मन से कोई बड़ा नहीं होता, टूटे मन से कोई खड़ा नहीं होता’ को मंत्र के रूप में आत्मसात करने का आह्वान किया। सीएम योगी ने वैदिक संदेश ‘आ नो भद्रा: क्रतवो यन्तु विश्वत:’ का उद्धरण भी दिया और सकारात्मक भाव के साथ सभी अच्छे कल्याणकारी विचारों को ग्राह्य करने की सीख दी।
उपमुख्यमंत्री डॉ. दिनेश शर्मा ने प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी के इस अभिनव प्लेटफार्म को बहुप्रतीक्षित बताया , तो समाज कल्याण मंत्री रमापति शास्त्री ने इसे ‘अंत्योदय’ का माध्यम कहा। पद्म श्री शिक्षक प्रो.एचसी वर्मा ने अभ्युदय योजना को अभिनव, अनुपम और अनुकरणीय बताया।