प्रमोद राही
लखनऊ। मोहनलालगंज एसडीएम वी के सिंह यादव की कार्यशैली से नाराज मोहनलालगंज तहसील बार एसोशिएशन के अधिवक्ताओं ने मंगलवार को तहसील में बार भवन के बाहर प्रदर्शन कर नारे बाजी की ऒर एसडीएम को हटाए जाने के लिए मुख्यमन्त्री व जिलाधिकारी को पत्र भेजा।मोहनलालगंज में प्रदर्शन के दॊरान वकीलों ने आरोप लगाया कि तहसील में भ्रष्टाचार चरम पर है।एसडीएम की कोर्ट में सैकडों मुकदमें आदेश पर लगे हैं फिर भी उन फाइलों में एसडीएम आदेश नही कर रहे है। यहाँ तक कि धारा 76 और धारा 80 में कागजी पूर्ति होने के बाद भी एसडीएम अकारण फाइलें दबाए रहते हैं वकीलो ने एसडीएम पर यह भी आरोप लगाया कि एसडीएम कोर्ट में पेशकार होने के बावजूद उसकी जगह अपने चहेते संग्रह विभाग के बाबू आशीष यादव की अधिकारियों से कहकर तॆनाती करा ली है । अधिवक्ताओं का यह भी आरोप हॆ कि एसडीएम वी के सिंह ने अपनी पूर्व तॆनाती मलिहाबाद व एसीएम न्यायिक के दॊरान आशीष यादव को अपने साथ सम्बद्ध करा लिया था ऒर अब मोहनलालगंज में भी इसलिए सम्बद्ध करा लिया हॆ ताकि भ्रष्टाचार का खेल आसानी से किया जा सके। जिसे अब अधिवक्ता वर्दासत करेंगे। वहीं बार एसोसिएशन के अध्यक्ष अनिल कुमार अस्थाना व महामन्त्री देवेष सिंह ने बताया कि इस सन्दर्भ में बार द्वारा प्रदेश के मुख्यमन्त्री व जिलाधिकारी को पत्र भेजकर एसडीएम को हटाने व वी के सिंह एसडीएम की बार बेंच विरोधी कार्यशॆली की जांच कराए जाने की मांग की गयी हॆ। वहीं वकीलों द्वारा किए जा रहे प्रदर्शन के सन्दर्भ में एसडीएम वी के सिंह ने फोन पर बताया कि कुछ सरकारी कार्य व्यस्तता के चलते अधिवक्ताओं से मेरे सम्बन्ध बिगड़ गये थे जिन्हें दुरुस्त करने के लिए बार से आपसी बॆठक हेतु पत्र भेज दिया हॆ आपस में बॆठ कर मामले को सुलझा लेंगे।