धीरज शुक्ला
रायबरेली/डलमऊ : पर्यावरण असंतुल और जीवन पर संकट बढ़ता जा रहा है। एक ओर बढ़ते प्रदूषण पर शासन सख्त है और कड़े निर्देश दिए गए हैं इन्हीं में सबसे अहम आदेश पराली जलाने में रोक का है उसके बाद भी डलमऊ तहसील क्षेत्र के दरिगापुर ग्राम में खुलेआम खेतो में पराली जलाई जा रही है संकट से जूझ रहा है वहीं, दूसरी ओर एक बार फिर पराली जलाने की प्रक्रिया शुरू हो चुकी है। जिसके कारण गाँवो मे उसके आस-पास के इलाकों में प्रदूषण का स्तर बढ़ने लगा हैअपने क्षेत्रों से बेखबर लेखपालों को इसकी भनक तक नहीं लगती है। इसी लापरवाही के कारण प्रदूषण रोकने के सरकार के प्रयास फेल हो रहे हैं जिलाधिकारी के सख्त निर्देश के बावजूद डलमऊ तहसील क्षेत्र के खुलेआम ग्राम सभा दरिगापुर गाँव में में किसान पराली जला रहे हैं। प्रशासन और पुलिस की नाक के नीचे ग्रामीण इलाकों के खेत आग के हवाले हो जाते हैं। रात भर धान का फूस जलता रहता और सुबह तक खेत में पराली के अवशेष धुआं-धुआं खेतों में पराली जलाने को लेकर शासन ने पूरी तरह रोक लगा दी है, पराली जलाने पर जुर्माना और सजा का प्रावधान भी रखा गया है आखिर क्या सिर्फ गरीब किसानो पर जुर्माना वशूला जाता है यह फिर अब फिर होगी कार्यवाही ।।