प्रमोद राही
लखनऊ। निगोहां थाना क्षेत्र मस्तीपुर गांव में लखनऊ से रायबरेली जा रही एक कार आवारा जानवर के आने से अनियत्रित हो गयी और सड़क किनारे बैठे एक ही परिवार के चार बच्चों को रौंद डाला। मौके पर पहुंची पुलिस ने घायलों को उपचार के लिए सीएचसी मोहनलालगंज भेजा जहां दो लोगो को डॉक्टरो ने मृत घोषित कर दिया। दो लोगो को ट्रामा सेंटर रेफर कर दिया। घटना के बाद ग्रामीण आक्रोशित हो गये और हाईवे जाम कर दिया पहुंची पुलिस पर ग्रामीणों ने पथराव शुरू कर दिया वही, मौके पर पहुचे एसपी(ग्रामीण) और तहसीलदार मौके पर पहुंचे और मुआवजे का आश्वासन देकर किसी ग्रामीणों को शान्त कराया।
मस्तीपुर गांव के रहने वाले सुखराम अपने बेटे कुलदीप अपनी बेटी बहन रीना, नातिन आंचल व आरूषी के साथ हाइवे के किनारे अपनी परचून की दुकान के सामने बैठे हुए थे। इसी दौरान सोमवार दोपहर को लखनऊ से इलाहाबाद की तरफ जा रही थी,तभी आवारा पशु के अचानक सामने आने के बाद कार अनियत्रित हो गयी और उसके बाद हाइवे से नाले की तरफ चढ़ती हुई कुलदीप, रीना, आंचल व आरूषी इन चार लोगो को रौंद डाला। सूचना पाकर मौके पर पहुंची पुलिस ने आनन-फानन में घायलों को उपचार के लिए सीएचसी मोहनलालगंज भेजा, जहां से उन्हे ट्रामा रिफर कर दिया गया। इसी बीच कुलदीप और रीना की मौत की सूचना गांव पहुंची। सूचना पहुंचने के बाद ग्रामीणों ने हाइवे जाम कर मौके पर पहुंचे पुलिस कार्मियों पर हमला बोलते हुए ईट-पत्थर,लाठी-डण्डे से हमला बोल दिया। इसी बीच अफरा-तफरी के महौल में करीब 2 घंटे का लम्बा जाम लगा रहा। उधर,घटनास्थल पर एसपी ग्रामीण और तहसीलदार मौके पर पहुंचे और मुआवजे का आश्वासन देकर किसी तरह ग्रामीणों को शान्त कराया।