कर्मों की गति न्यारी कर्म फल भोगना पड़ेगा :आचार्य अनिलेश तिवारी
रायबरेली : निराला नगर स्थित मल्होत्रा पार्क में चल रहे श्रीमद् पावन प्रज्ञा पुराण कथा नौ कुंडीय गायत्री महायज्ञ तीसरे दिन कथावाचक आचार्य अनिलेश तिवारी कर्मों की गति न्यारी कर्म फल भोगना पड़ेगा या गुरु ही कर्म फल को काट सकता है।
पूजा पाठ से कर्मफल कम तो हो सकता है मिट नहीं सकता तिवारी ने कहा गायत्री महामंत्र एक ऐसा मंत्र है जिसके जपने से पापों का निवारण हो सकता है गायत्री महाविद्यालय में भी इसका उल्लेख मिलता है उन्होंने कहा कर्म फल से स्वयं भगवान भी नहीं बच पाएंगे ।
कर्म फल तो सभी को बोलना पड़ेगा कर्म प्रधान विश्व कर राखा जो जस करें सफलता का जीवन में कर्म बंधन काटने के लिए कर्मयोग बनना पड़ेगा अपने कार्य को गुरु का कार्य मानकर करेंगे तो सफलता हाथ लगेगी कोई भी कार्य क्षमता होकर करें भर बनकर नहीं तभी एक अच्छी सफलता मिल सकती है उन्होंने कहा चाहे विधि राखे राम ताहि विधि रहिए सीताराम सीताराम सीताराम कहिए ।
तिवारी ने कहा समाज को पत्रकार कलाकार और कथाकार एक नई दिशा दे सकता है एवं पीड़ित मानवता को समाज को सही दिशा भी दे सकते हैं 3:00 पर उन्होंने विस्तार से प्रकाश डाला उन्होंने कहा तीन प्रकार के जीव जगत जगदीश शरीर मन आत्मा पर विस्तार से प्रकाश डाला उन्होंने कहा परमार्थ की सेवा से जीवन उज्जल बन सकता है कोई भी कार्य भगवान का कार्य मानकर करेंगे तो वह कार्य आपका सदैव पूर्ण होगा गीतों के माध्यम से लोगों को मंत्रमुग्ध किया जिस दिन सज धज कर मौत की शहजादी आएगी ना सोना काम आएगा ना चांदी काम आएगी आदि अनेक गीत गाकर लोगों का मंत्र बुक किया।
मां गायत्री का पूजन अशोक तिवारी डॉक्टर भगवानदीन यादव रामशंकर वर्मा ने किया इस अवसर पर बीबी सिंह मनोरम शुक्ला उषा गुप्ता मीना सिंह राकेश सिंह सभासद पूनम तिवारी अर्चना गुप्ता सुंदरी देवी महिला मंडल की बहनों बहनों ने बहनों ने सक्रिय भूमिका निभाई जेपी गुप्ता मनोज मिश्रा आदि लोग उपस्थित यदि 8:00 से 12:00 तक कथा 3:00 बजे से 6:00 बजे तक चल रही है।