नर्सिंग होम द्वारा मरीजों को लूटने का काम बदस्तूर जारी
महराजगंज रायबरेली: स्वास्थ्य महकमें की लापरवाही व खाऊ कमाऊ नीति के चलते कुकुरमुत्तों की तरह संचालित हो रहे नर्सिंग होम द्वारा मरीजों को लूटने का काम बदस्तूर जारी है। वहीं जब ऐसे मामलों में कोई पीड़ित कार्यवाही के लिए आगे आता है या फिर कोई दुर्घटना होने पर मामला तूल पकड़ता है तो स्वास्थ्य महकमा नोटिस नोटिस खेल कार्यवाही के बजाय मामला ठंडा होते ही कुम्भकर्णीय नींद में सो जाता है। ऐसा ही एक मामला प्रकाश में आया जहां पर मरीज को गलत जानकारी दे ऑपेरशन के नाम पर अधिक पैसा वसूलने के चक्कर में मरीज की जान को खतरे मे डाल दिया गया।
घटना क्षेत्र के हैदरगढ़ मार्ग पर स्थित रीमा नर्सिंग होम का है। क्षेत्र के सरस्वती शिशु मन्दिर के प्रधानाचार्य दिनेश कुमार अवस्थी ने कोतवाली पुलिस को तहरीर देकर बताया कि बीते 19 दिसम्बर को उनकी बहू को डिलवरी दर्द बढ़ने पर हैदरगढ़ र्माग स्थित रीमा नर्सिंग होम में भर्ती कराया जहां पर उनके द्वारा 5000 रूपये जमा करा लिए गये और पैथालॉजी से जांच कराया तो बताया कि प्रसूता का शुगर लेबल बहुत अत्यधिक है अब बिना ऑपरेशन के जच्चा बच्चा की जान बचा पाना मुश्किल है आप 35 हजार रूपये और जमा कराये। आर्थिक स्थित ठीक न होने के कारण श्री अवस्थी ने इलाज कराने से इनकार कर दिया और जमा किया गया पैसा लौटाने की मांग की। इस दौरान अस्पताल में मौजूद अप्रशिक्षित कर्मचारियों द्वारा प्रसूता को दर्द रोकने का इंजेक्षन भी लगा दिया गया जिससे उसकी हालत नाजुक हो गयी। आखिर में उन्होने प्रसूता को बीएचईएल ले जाकर भर्ती कराया जहां पर चिकित्सकों के अथक प्रयास से जच्चा बच्चा की जान बचाई जा सकी। मामले में कोतवाली प्रभारी राजेश सिंह ने कहा जांच कर आवश्यक कार्यवाही की जायेगी।
क्षेत्र में चल रहे आधा दर्जन से अधिक नर्सिंग होम जिन्हे जिलामुख्य चिकित्साधिकारी द्वारा रजिस्ट्रेशन तो दे दिया गया परन्तु उसका संचालन कौन कर रहा है इस ओर कोई ध्यान नही दे रहा है। हैदरगढ़ मार्ग स्थित रीमा नर्सिंग होम की संचालक एक एएनएम है जो कि अपने को एमबीबीएस बता मरीजों की जान को खतरे में डाल धन उगाही का कार्य कर रही है।
सूत्रों के अनुसार रीमा नर्सिंग होम की संचालिका द्वारा यह पांचवे स्थान पर नर्सिंग होम खोला गया है। इससे पूर्व भी उसके द्वारा कई जगहों पर नर्सिग होम खोला गया जहां पर उसकी लापरवाही के चलते दुर्घटना होने और मामला तूल पकड़ने पर नर्सिंग होम बन्द कर भागना पड़ा।