Budhwar Vrat Katha, Puja Vidhi: धन-धान्य के लिए करें बुधवार का व्रत, जानें कथा, पूजा विधि, आरती और महत्व

श्री डेस्क : बुधवार का व्रत कैसे करें और क्यों करें वैसे तो व्रत हफ्ते में सभी लोग कोई न कोई रखते हैं लेकिन बुधवार का व्रत सब कोई नहीं रह सकता है क्योंकि प्रत्येक व्रत बहुत ही सरल होते हैं लेकिन बुधवार का व्रत थोड़ा कठिन है इससे सभी लोग ऐसे नहीं रख सकते क्योंकि इसे वही लोग रख सकते हैं जिनको कोई मजबूरी हो और मान मानता करके ही यह व्रत रखें जबकि यह व्रत बहुत बड़ा संकट आता है तब यह व्रत किया जाता है इस व्रत को बगैर किसी मान्यता के ना करें ।

व्रत की विधि बुधवार के दिन सारे घर की साफ सफाई करके नहा धोकर के पूरा व्रत रहना चाहिए इस व्रत में ना तो कुछ खाना है और ना ही जल पीना है और इससे इस दिन सफेद कपड़े पहनने चाहिए और सारा दिन ना तो किसी की बुराई करनी है और न चुगली करनी है सारा दिन बुध भगवान को याद करना है और शाम को अपने आंगन कोलिपका साफ करके फिर से नहा धो करके शुद्ध हो जाना और एक सरसों के तेल का दीपक जलाना है और आटे के दो पुतले बनाकर भी आंगन में बैठकर पूजा करनी है ।

पूजा सामग्री घी गुड़ सरसों का दीपक धूप दीप कपूर सफेद वस्त्र चूड़ी बिंदी सिंदूर इत्यादि करके इनकी पूजा करनी है और सरसों का तेल का दीपक सारी रात जलाकर जागना है और रात में कोई कहे या फिर कोई जीव जंतु दिखाई दे तो बोलना नहीं चाहिए जो पुतले बना करके आपने रखे हैं उनको तेल सिंदूर रंग चूड़ी बिंदी सफेद कपड़े पहना करके उनकी पूजा करनी चाहिए यहां तक कि आपके ऊपर अगर शर्त भी बैठ जाए तो भी बोलना नहीं है नहीं तो आपकी पूजा अमान्य हो जाएगी क्योंकि बुध भगवान अपने भक्तों की परीक्षा लेते हैं और सुबह 4:00 बजे पूजा की सभी सामग्री और उन पुत्रों को लेकर नदी कुमार या फिर नहर में विसर्जन कर दे और फिर पीछे मुड़कर न देखें और रास्ते में किसी से कुछ ना बोले अगर आपको महसूस हो कि हमारे पीछे कोई और है तो भी पीछे पलटकर ना देखी और फिर घर आकर स्नान करके तभी कुछ बोले

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *