टी.पी. यादव
महराजगंज,रायबरेली। केंद्र सरकार की अतिमहत्वाकांक्षी किसान सम्मान निधि योजना में जमकर धांधली हो रही है। विदित हो कि किसानों की सहायता के लिए केन्द्र सरकार द्वारा किसान सम्मान निधि योजना की शुरुआत की गई थी। जिम्मेदार अधिकारियों की लापरवाही से ये योजना भ्रष्टाचार की भेंट चढ़ गई। किसान सम्मान निधि योजना किसानों के लिए परेशानी का सबब बनी हुई है। कई स्थानों पर लापरवाही के चलते किसानों को मिलने वाली राशि अटक गई है। इस योजना के तहत किए गए आवेदनों में दी गई जानकारी आधार कार्ड में दी गई। जानकारी से मिलान नही होने के कारण किसानों को योजना के तहत किश्त नही मिल पा रही हैं। महराजगंज तहसील क्षेत्र में आज भी हजारों किसानों को सरकारी लापरवाही का खामियाजा भुगतना पड़ रहा है। किसान सम्मान निधि योजना लापरवाही की भेंट चढ़ गई है। आलम यह है कि किसी का आधार मिलान नही हो रहा तो किसी का बैंक खाता गलत है तो किसी पात्र किसान को लेखपाल द्वारा अपात्र कर दिया गया और कुछ में तो जमीन किसी और कि आधार किसी और का लेकिन पैसा जा रहा किसी और के खाते में जिसका खामियाजा तहसील क्षेत्र के किसानों को जिले से लेकर तहसील व कृषि विभाग में बैठे अधिकारियों की लापरवाही का खामियाजा हजारों किसान भुगत रहे हैं। किसानों को कृषि कार्यों के लिए केन्द्र सरकार से सहायता ही नहीं मिल पा रही है। किसान राजकीय बीज भंडार का चक्कर लगाने को मजबूर हैं। मिली जानकारी के मुताबिक इस योजना के लिए आवेदन करते समय किसानों का पूरा डिटेल सरकार के पोर्टल पर अपलोड किया गया था। लेकिन विभाग की ओर से किसानों के डिटेल अपडेट किए जाने में कई तरह की खामियां सामने आ रही हैं। जिसमें किसानों के पंजीकरण में जो नाम दर्ज किया गया है, उसमें से अधिकतर नाम और पते गलत भरे हुए हैं। इसके साथ ही आधार में दर्ज नाम से पंजीकरण में नाम का मिलान नहीं हो पा रहा है। इतना ही नहीं, काफी किसानों के आवेदन में लिखे गए खाता नंबर भी गलत लिख दिए गए हैं। इस तरह की त्रुटियों के चलते केन्द्र सरकार ने महराजगंज तहसील क्षेत्र के हजारों किसानों का डेटा विभाग को वापस भेज दिया है। इस डेटा में सुधार करने के लिए कहा गया है। सुधार के बाद ही किसानों के खातों में किसान सम्मान निधि का अगली किस्त भेजी जाएगी। जिसको लेकर इन दिनों कृषि विभाग कार्यालयों में किसानों की भारी भीड़ देखने को मिल रही है। विभाग के कई कर्मचारी किसानों के डाटा को दुरूस्त करने के नाम पर अच्छा खासा पैसा भी वसूला जा रहा है। क्षेत्र के किसान राम हरी, संजीव, राम चन्द्र, जय शंकर, गया प्रसाद, शिव फूल सहित सैकड़ों किसानों का कहना है कि केंद्र सरकार की महत्वाकांक्षी योजना को विभाग में बैठे कर्मचारी, पैसा लेकर लोगों का काम करवाने की जिम्मेदारी ले रहे है।