छह दशक बाद रायबरेली में दो दिवसीय द्विवेदी मेला 11 नवंबर से लगेगा

तैयारी
-आचार्य महावीर प्रसाद द्विवेदी स्मृति संरक्षण अभियान के रजत जयंती वर्ष पर आयोजनों की तैयारी शुरू
-देशभर के साहित्यकार पत्रकार और हिंदी प्रेमी मेले में प्रतिभाग करने पहुंचेंगे
-मेले के तहत कवि सम्मेलन सम्मान समारोह प्रदेश में पुस्तक मेला और साहित्यिक यात्रा निकलेगी

रायबरेली। आचार्य महावीर प्रसाद द्विवेदी स्मृति संरक्षण अभियान के रजत जयंती वर्ष पर छह दशक बाद 11-12 नवंबर को द्विवेदी मेला लगने जा रहा है। मेले में देशभर के साहित्यकार, पत्रकार और हिंदी के विद्वान भाग लेने पहुंचेंगे। मेले में रायबरेली और दौलतपुर में विभिन्न कार्यक्रम आयोजित किए जाएंगे।

आचार्य महावीर प्रसाद द्विवेदी राष्ट्रीय स्मारक समिति पिछले 25 वर्षों से स्मृति संरक्षण अभियान चला रही है। अभियान का आगाज 9 मई 1998 को शहर के शहीद चौक पर ध्यानाकर्षण धरना और उपवास से हुआ था। ग्राम दौलतपुर और जनपद के सभी तहसील मुख्यालयों में ध्यानाकर्षण करने के बाद प्रयागराज लखनऊ और दिल्ली के जंतर मंतर पर भी सरकार और समाज का ध्यान आकृष्ट करने के लिए ध्यानाकर्षण धरने दिए गए।

समिति के अध्यक्ष विनोद शुक्ला ने बताया कि छह दशक बाद आचार्य जी की कर्म भूमि पर द्विवेदी मेला आयोजित होने जा रहा है। इसमें देश के सात आठ राज्यों और प्रदेश के विभिन्न जनपदों के हिंदी प्रेमी भाग लेने पहुंच रहे हैं। समिति के कोषाध्यक्ष विनय द्विवेदी ने बताया कि मेले की तैयारियां शुरू कर दी गई हैं। मेले में गीत नृत्य, नाटक, सेमिनार, कवि सम्मेलन, सम्मान समारोह, प्रदर्शनी और पुस्तक मेला के साथ-साथ रायबरेली से दौलतपुर तक साहित्यिक यात्रा भी निकाली जाएगी।आचार्य पथ स्मारिका के प्रधान संपादक आनंद स्वरूप श्रीवास्तव ने बताया कि द्विवेदी मेले में स्मारिका के विशेषांक का विमोचन भी किया जाएगा। समिति के महामंत्री अनिल मिश्र ने सभी से मेले में प्रतिभाग का अनुरोध किया है।

जन्मशताब्दी पर लगा था दौलतपुर में द्विवेदी मेला

युग प्रवर्तक साहित्यकार आचार्य महावीर प्रसाद द्विवेदी की जन्म शताब्दी पर जन्मग्राम दौलतपुर में दिवेदी मेला लगाया गया था। देशभर के सैकड़ों साहित्यकारों ने पहुंचकर आचार्य द्विवेदी को श्रद्धा सुमन अर्पित किए थे। गांव के बुजुर्ग बताते हैं कि बड़ी संख्या में साहित्यकारों के पहुंचने से द्विवेदी मेला तीन-चार दिन तक अनवरत चला था। इसके पहले वर्ष 1933 में प्रयागराज में आयोजित द्विवेदी मेले में आचार्य जी को अभिनंदन ग्रंथ भेंट किया गया था।

द्विवेदी मेला का नया लोगो भी लांच

आचार्य महावीर प्रसाद द्विवेदी राष्ट्रीय स्मारक समिति द्वारा आयोजित किए जा रहे दो दिवसीय द्ववेदी मेले का नया लोगो भी लांच किया गया। लोगों का थीम रजत जयंती वर्ष को नए सूर्योदय पर आधारित है और मेले के तहत होने वाले कार्यक्रम सूर्य की रश्मियों की तरह चित्रित किए गए हैं। लोगों का डिजाइन दिल्ली के डिजाइनर राजीव कुमार ने तैयार किया है।

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