गाँधी-शास्त्री व्यक्ति नहीं विचार हैं

रायबरेली- भारतीय जन कल्याण ट्रस्ट, शिवा जी नगर रायबरेली के तत्वाधान पर ”गांधी और शास्त्री के विचारों की प्रासंगिकता’ विषय पर विचार संगोष्ठी टारगेट पब्लिक स्कूल त्रिपुरा के सभागार में आयोजित की गई। संगोष्ठी की अध्यक्षता श्री शिव नारायण इंटर कॉलेज गौरा के पूर्व प्राचार्य  शत्रुघ्न सिंह ने की। मुख्य अतिथि पूर्व क्षेत्रीय उच्च शिक्षा अधिकारी डॉ एस एन सिंह थे। विशिष्ट अतिथि फीरोज गांधी कालेज के हिंदी विभाग के प्रोफेसर डॉ आजेंद्र प्रताप सिंह एवं असिस्टेंट प्रोफेसर दयाशंकर थे। कार्यक्रम के संयोजक श्री महावीर सिंह स्नातकोत्तर महाविद्यालय के हिंदी विभाग के अध्यक्ष अशोक कुमार गौतम व आईटीआई ट्रेड यूनियन लीडर खुशीराम चौधरी थे। संगोष्ठी का संचालन डॉक्टर संतलाल ने किया। संगोष्ठी में स्वागत भाषण प्रस्तुत करते हुए भारतीय जन कल्याण ट्रस्ट शिवाजी नगर रायबरेली के अध्यक्ष बृजेश कुमार श्रीवास्तव ने कहा कि ट्रस्ट का उद्देश्य सर्व कल्याण और सर्वजन सुखाय की भावना से जुड़ा हुआ और समाज का उत्थान करना है। विषय परिवर्तन करते हुए सुधांशु श्रीवास्तव ने गांधी के जीवन के विविध पक्षों पर प्रकाश डाला।

विशिष्ट अतिथि दया शंकर ने गांधी को क्रांति दृष्टा कहा तो प्रोफेसर अशोक कुमार ने कहा कि गांधी गांधी आज उतने ही प्रासंगिक हैं, जितने अपने समय में थे। शास्त्री के आदर्शों को अपनाने की जरूरत है। शास्त्री जी और गांधीजी के विचारों का यदि 10% भी जीवन में अमल कर लिया जाए तो भारत विश्व में अग्रणी भूमिका निभाएगा। अशोक ने आगे कहा कि गांधी, नेहरू, शास्त्री, अंबेडकर, सरदार पटेल, भगत सिंह, चंद्रशेखर आजाद आदि महापुरुषों के नाम से पहले हम स्वर्गीय नहीं लगाते हैं, क्योंकि इन जैसे महापुरुषों का सिर्फ नश्वर शरीर मृत हुआ है, इनके विचार व क्रांति आज भी हर भारतीय के हृदय में जीवित है। खुशीराम चौधरी ने गांधी के विचारों को सर्वहितकारी बताया।

डॉक्टर आजेन्द्र प्रताप सिंह ने अपने उद्बोधन में कहा कि आज की राजनीति का स्वरूप भले ही बदला है लेकिन उसके मूल में गांधी के विचार समाहित है। गांधी के सिद्धांतों को अपने कार्य में सम्पूर्ण देश ला रहे हैं। मुख्य अतिथि डॉ एस एन सिंह ने बताया कि उद्योगों के माध्यम से भारत की अर्थव्यवस्था को गति प्रदान की जा सकती है। भारत को श्रेष्ठ बनाने के लिए गांधी का विकास मॉडल भी हितकर है। अध्यक्ष एस एन सिंह ने गांधी के विविध पक्षों को रेखांकित करते हुए कहा कि वे सत्य को ही ईश्वर मानते हैं। गांधी के आदर्शों का प्रतिरूप लाल बहादुर शास्त्री के नेतृत्व में देखा जा सकता है। धन्यवाद ज्ञापन टारगेट पब्लिक स्कूल के वरिष्ठ शिक्षक हिमांशु वर्मा ने किया।

इस अवसर पर नीलेश श्रीवास्तव ट्रस्ट के सचिव नीलू श्रीवास्तव, टारगेट पब्लिक स्कूल त्रिपुला के प्रबंधक हेमंत चौधरी। विकास कुमार, मनीष कुमार, सतीश कुमार, श्रवण कुमार सोनकर, राम नरेश वर्मा, उपासना सैनी, दीपमाला श्रीवास्तव, कोमल सिंह, आंचल श्रीवास्तव, शिल्पी श्रीवास्तव, अजीता सिंह, कांति सोनी, लक्ष्मी मौर्य आदि उपस्थित थे। इस अवसर पर निबन्ध लेखन प्रतियोगिता में विजय घोषित बच्चों को अतिथियों ने सम्मानित किया।

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